चरण में बिठाये रखना चुनड़ में छिपाये रखना

माँ की ममता अनंत है, उनकी शरण में आने वाला हर भक्त निडर और निश्चिंत हो जाता है। “चरण में बिठाये रखना चुनड़ में छिपाये रखना” भजन माँ दुर्गा की असीम करुणा और उनकी ममतामयी छाया का वर्णन करता है। यह भजन हमें माँ के चरणों में समर्पित रहने और उनके प्रेम में लीन होने का संदेश देता है।

Charan Me Bithaye Rakhna Chunad Me Chhipaye Rakhna

चरण में बिठाये रखना,
चुनड़ में छिपाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।1।

ये अदभुद सिणगार देख के,
सोई किस्मत जागे,
मां तुझको या तेरे भग्तों को,
नजर ना कोई लागे,
नजर से बचाये रखना,
तू झाड़ा लगाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।2।

जब तक मेरी सांस चले,
तेरा उत्सव रोज कराऊं,
आने वाली पीढ़ी को भी,
तेरी महिमा सुनाऊं,
ये ज्योत जगाये रखना,
ये लगन लगाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।3।

भला बुरा जैसा भी हो,
तूने सबको अपनाया,
जितना प्यार मिला तेरे दर पे,
और कहीं ना पाया,
काळजै लगाये रखना,
पलक पे बिठाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।4।

जैसी भी भग्ति है मेरी,
काम चलाले इस से,
माफी देना गलती हो जब,
भग्तों से अम्बरीष से,
के लाज बचाये रखना,
तू अपणा बनाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।5।

चरण में बिठाये रखना,
चुनड़ में छिपाये रखना,
तेरा मेहंदी राच्या हाथ,
सिर पे फिराये रखना।6।

चरण में बिठाये रखना चुनड़ में छिपाये रखना भजन माँ के प्रति अटूट भक्ति और विश्वास को दर्शाता है। जब हम माँ के प्रेम और आशीर्वाद में विश्वास रखते हैं, तो जीवन की कठिनाइयाँ भी छोटी लगती हैं। माँ के चरणों में शरण लेने वाला कभी अकेला नहीं रहता। ऐसे ही माँ की महिमा को गाते हुए “जय जयकार करो माता की आओ शरण भवानी की” भजन का आनंद लें और माँ की कृपा से अपना जीवन धन्य बनाएं। जय माता दी! ????????

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