भवानी मुझे दर पे बुलाती रहियो भजन लिरिक्स

भवानी मुझे दर पे बुलाती रहियो भजन में भक्त देवी भवानी के दर पर जाने और उनकी कृपा की बात करते हैं। यह भजन देवी भवानी के दर पर भक्तों के निरंतर प्रेम और श्रद्धा की भावना को व्यक्त करता है। यहां, भक्त माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने की आकांक्षा व्यक्त कर रहे हैं, ताकि उनकी कृपा से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता, शांति, और समृद्धि आए। इस भजन के बोल हमें यह याद दिलाते हैं कि अगर हमारा विश्वास और श्रद्धा सच्ची है, तो माँ भवानी का आशीर्वाद हर मुश्किल को आसान बना सकता है।

Bhawani Mujhe Dar Pe Bulati Rahiye Bhajan Lyrics

भवानी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

ये दुनिया एक भूल भुलैया,
चलना मुझे नहीं आए मैया,
आगे आगे मेरे चलकर,
आगे आगे मेरे चलकर,
राह दिखाती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

तू तो है बिगड़ी बनाने वाली,
सबकी भूल भुलाने वाली,
भूल कोई हो जाए मुझसे,
उसको भुलाती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

पाप पुण्य मेरे मत देखो,
केवल अपनी शरण में लेलो,
अबतक किरपा जैसे लुटाई,
अबतक किरपा जैसे लुटाई,
वैसे लुटाती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

जानता है ये तो जग सारा,
‘रामकुमार लख्खा’ है तुम्हारा,
कभी कभी ‘शर्मा’ के घर पर,
कभी कभी ‘शर्मा’ के घर पर,
भी तू आती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

भवानी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
मैया जी मुझे दर पे बुलाती रहियो,
भवानी मुझें दर पे बुलाती रहियो।।

“भवानी मुझे दर पे बुलाती रहियो” भजन में यह संदेश भी है कि माँ के दर से बढ़कर कोई और दर नहीं है। जैसे “जय भवानी”, “भवानी का आशीर्वाद”, और “माँ भवानी की कृपा” जैसे भजन भी देवी की महिमा को बताते हैं, वैसे ही यह भजन हमें यह समझाता है कि माँ की दरबार में आने से हमारी सभी परेशानियाँ दूर होती हैं। माँ भवानी की उपस्थिति ही हमारे जीवन को प्रकाशमान और संपूर्ण बनाती है।

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