भवानी मैया शारदा भजो रे भजन लिरिक्स

भवानी मैया शारदा भजो रे भजन माँ भवानी और माँ शारदा की महिमा का गुणगान करता है। जब भक्त सच्चे मन से माँ का नाम जपते हैं, तो उनकी कृपा से जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं और मन को असीम शांति मिलती है। यह भजन हमें माँ भवानी और माँ शारदा की अपार शक्ति, कृपा और करुणा का स्मरण कराता है, जिससे हमारी आस्था और भी दृढ़ हो जाती है।

Bhawani Maiya Sharda Bhajo Re Bhajan Lyrics

भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो।।

रुठ के बैठी शारदा भुवन में,
शारदा भुवन में,
लंबे लंबे बिखराये अपने केश रे,
रुठ के बैठी हो।।

रक्तवर्ण के फुलवा माँ मंगावे,
फुलवा मां मंगावे रे,
लंगुरवा पठावे हिंगलाज रे,
रक्तवर्ण के हो।।

जाओ जाओ बारे रे लंगुरवा,
बारे रे लंगुरवा लाओ फुलवा,
पंखुडिएं जिनमें पाँच रे,
के जाओ लंगुरवा हो।।

हिंगलाज में बैठी भवानी मैया,
बैठी भवानी मैया,
बिंदिया चमके चमक गुलज़ार रे,
अरे हिंगलाज में हो।।

भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो।।

गायक / प्रेषक – उदय लकी सोनी।

माँ भवानी और माँ शारदा की कृपा जिन पर होती है, उनका जीवन ज्ञान, भक्ति और सुख-शांति से भर जाता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो “ज्ञान की ज्योति जगा देना” और “हे वीणा वादिनी माँ वरदान ऐसा दे दे” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य सुनें और माँ की महिमा का अनुभव करें। जय भवानी! जय शारदा माँ! 🙏🚩

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