बच्चो से कभी मैया यूँ रहती दूर नहीं भजन लिरिक्स

बच्चो से कभी मैया यूँ रहती दूर नहीं भजन माँ की ममता और करुणा को दर्शाता है। जिस तरह एक स्नेहमयी माँ अपने बच्चों को कभी अकेला नहीं छोड़ती, वैसे ही माँ दुर्गा भी अपने भक्तों का सदा ध्यान रखती हैं। यह भजन हमें याद दिलाता है कि माँ की कृपा हमेशा हम पर बनी रहती है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।

Baccho Se Kabhi Maiya Yun Rahati Door Nahi

बच्चो से कभी मैया,
यूँ रहती दूर नहीं,
हम तो मजबूर है माँ,
तुम तो मजबूर नहीं,
बच्चों से कभी मैया।।

तेरे दर्श को मेरी माँ,
मेरे नैन तरसते है,
रुकते नहीं पलभर भी,
दिन रात बरसते है,
तुमसे हम दूर रहे,
दिल को मंजूर नहीं,
हम तो मजबूर है माँ,
तुम तो मजबूर नहीं,
बच्चों से कभी मैया।।

लेनी है परीक्षा तो,
माँ और कोई ले ले,
गम तेरी जुदाई का,
हम कैसे बता झेले,
बच्चो को तड़पाना,
तेरा दस्तूर नहीं,
हम तो मजबूर है माँ,
तुम तो मजबूर नहीं,
बच्चों से कभी मैया।।

आजा मेरी मैया,
नहीं और सहा जाए,
जीवन का भरोसा क्या,
कही देर ना हो जाए,
दिल टूट के ‘सोनू’ का,
हो जाए चूर नहीं,
हम तो मजबूर है माँ,
तुम तो मजबूर नहीं,
बच्चों से कभी मैया।।

बच्चो से कभी मैया,
यूँ रहती दूर नहीं,
हम तो मजबूर है माँ,
तुम तो मजबूर नहीं,
बच्चों से कभी मैया।।

Singer – Keshav Madhukar

माँ की भक्ति का सबसे बड़ा सुख यही है कि वह अपने भक्तों को कभी अकेला नहीं छोड़ती। उनकी ममता का सागर असीमित है, और जो कोई भी सच्चे मन से माँ का नाम जपता है, वह कभी भी दुख और भय में नहीं रहता। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो “माँ के दर्शन से होता बेड़ा पार” और “भवानी मैया शारदा भजो रे” जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी अवश्य सुनें और माँ की भक्ति में मग्न हों। जय माता दी! 🙏🚩

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