अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती भजन लिरिक्स

“अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती” भजन में माँ की ममता और उनके निस्वार्थ प्रेम की गहरी भावना व्यक्त की गई है। इस भजन के शब्दों में माँ के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त किया गया है, जो हमें यह याद दिलाता है कि माँ का आशीर्वाद ही जीवन का सबसे बड़ा उपहार है। इस भजन के माध्यम से हम अपनी माँ के प्रति अपनी भावनाओं को प्रकट करते हैं और उनके आशीर्वाद के बिना जीवन के कठिन रास्ते को पार करने की कल्पना भी नहीं कर सकते। आइए, इस भजन के माध्यम से हम माँ की ममता और प्रेम का सम्मान करें।

Agar Maa Ne Mamta Lutai Na Hoti Bhajan Lyrics

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती।।

द्वारे पे आए माँ हमको निहारो,
सोई हुई तक़दीर संवारो,
अगर माँ की ज्योति जलाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
अगर मां ने ममता।।

हमें क्या पड़ी है हम तुम्हे मनाए,
हमारा तो हक़ है की हम रूठ जाए,
अगर माँ मनाने तू आई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
अगर मां ने ममता।।

फटकार देना माँ दुत्कार देना,
मगर भोली माँ लाल को प्यार देना,
अगर माँ ने बिगड़ी बनाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती,
अगर मां ने ममता।।

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती।।

“अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती” भजन हमें याद दिलाता है कि माँ की ममता से बढ़कर कोई धन नहीं है। उनके बिना जीवन अधूरा सा लगता है। यह भजन हमें माँ के प्रेम की अनमोलता और उसकी अहमियत को समझाता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो आप अन्य माँ के भक्ति भजनों का भी आनंद ले सकते हैं जैसे “मैया ओढ़ चुनरिया लाल के बैठी कर सोलह श्रृंगार”, “माँ के आँचल की छाया तू और कहीं ना पाएगा”, और “जागो माँ भवानी जागो कल्याणी”। इन भजनों के माध्यम से आप माँ के प्रेम और आशीर्वाद को और भी महसूस कर सकते हैं।

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