Dhanvantari Ji Ki Aarti | धन्वंतरि जी की आरती : धन की प्राप्ति

धन्वंतरि जी की आरती व पूजा धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी जी के साथ ही किया जाता है। जिसप्रकार लक्ष्मी जी की आरती धन की देवी के रूप में किया जाता है उसी प्रकार भगवान Dhanvantari ji ki aarti व पूजा धन की प्राप्ति के लिए किया जाता है। 

इनके आशीर्वाद और कृपा से आप के घर में सदा धन की प्राप्ति होती है, दरिद्रता दूर होता  है तथा स्वास्थ्य सदा बना रहता है।

Dhanvantari Ji Ki Aarti

जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा…
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।
॥जय धन्वंतरि देवा – जय धन्वंतरि जी देवा॥

तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए…
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया…
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी…
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे…
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा…
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे…
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।
॥ जय धन्वंतरि देवा – जय जय धन्वंतरि देवा॥

इस आरती के साथ ही आपको Dhanvantari Gayatri Mantra एवं Shri Kuber Ji Ki Aarti अवश्य ही करना चाहिए। जिससे आप भगवान के आशीर्वाद को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

भगवान धन्वंतरि की आरती करने की कुछ विधि

  1. साफ -सफाई – इस पूजा में सफाई का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। 
  2. पूजासामग्री – पूजा के लिए आप रोली, चंदन, धूप, फूल, माला, लड्डू, दिया, घी इत्यादि समान पूजास्थान पर रख लें। 
  3. पूजा शुरू करें – सबसे पहले आप भगवान को स्थापित करने के लिए एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर गंगाजल से शुध्दि करें फिर भगवान को स्थान ग्रहण करवाए। 
  4. गणेश पूजन – इसके बाद आप भगवान गणेश की पूजा करे इनका पूजा करने से पूजा को शुभ और सफल माना जाता है। 
  5. दीपक जलाये –  गाय के घी का दिया जलाये और दिया के निचे अन्न और कुछ मुद्रा यानि सोना, चाँदी या पैसा रखे। 
  6. माता लक्ष्मी और धन्वंतरि पूजन – गणेश पूजन के बाद आप माता लक्ष्मी जी के साथ धन्वंतरि की भी पूजा करना चाहिए। 
  7. अर्पित करें – धूप, रोली,चंदन,फल, फूल, मिठाई चढ़ाये। 
  8. आरती करें – इसके बाद आप धन्वंतरि जी की आरती करें। 
  9. आशीर्वाद – आरती के बाद आप ध्यान और सच्ची श्रद्धा से अपने घर में धन -धान्य की बढ़ोतरी और स्वस्थ्य के लिए प्रार्थना करे। 

याद रहे यदि आप धन्वंतरि जी की पूजा धनतेरस के दिन कर रहे हैं तो आप laxmi mata aarti का पाठ अवश्य ही करें। इसके फलस्वरूप आप माता लक्ष्मी के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। जिससे आपको आर्थिक समस्या से मुक्ति मिल सकती है।

आरती करने से अनेक लाभ मिलते है

  • दरिद्रता से मुक्ति – धन्वंतरि जी की पूजा करने से आप के घर से दरिद्रता दूर होती है। 
  • धन की प्राप्ति – इनकी पूजा व आरती करने से घर में सदा ही धन की बढ़ोतरी होती है। 
  • उत्तम स्वास्थ्य – धन्वंतरि जी की पूजा करने से धन के साथ -साथ आप का स्वास्थ्य भी सदा बना रहता है। 
  • कार्यों में सफलता – इनके पूजा के फल से ही आप का कोई भी कार्य रुकता नहीं है सारे कार्य सफल होते हैं।

FAQ

धनतेरस के दिन धन्वंतरि को कैसे प्रसन्न करें ?

इस दिन नया झाड़ू, न्य सुप, सोना, चाँदी खरीदे। इसके अलावा घर, दुकान जो भी आप के आमदनी का जरिया है उनको दीपक जलाकर पूजा करे। 

इनकी पूजा कब करनी चाहिए ?

धन्वंतरि की पूजा किसको करनी चाहिए ?

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