उठो जवान देश के, वसुंधरा पुकारती गीत हमें यह एहसास कराता है कि हमारी मातृभूमि हमसे कुछ माँग रही है — समर्पण, परिश्रम और त्याग। यह गीत हर उस युवा के हृदय में जोश भरने का कार्य करता है जो अपने देश की उन्नति के लिए तत्पर है। वसुंधरा हमें पुकार रही है, हमें जगाने और हमारे भीतर छुपी अपार ऊर्जा को राष्ट्र सेवा में लगाने के लिए प्रेरित कर रही है। जब भी देश को आवश्यकता हो, तब हमें अपने कर्म, ज्ञान और समर्पण से उसकी सेवा करनी चाहिए।
Utho Jawan Desh Ke Vasundhara Pukarati
उठो जवान देश के,
वसुंधरा पुकारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।1।।
रगों में तेरे बह रहा है,
खून राम श्याम का,
जगदगुरु गोविन्द और,
राजपूती शान का,
तू चल पड़ा तो चल पड़ेगी,
साथ तेरे भारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।2।।
है शत्रु दनदना रहा,
चहुँ दिशा में देश की,
पता बता रही हमें,
किरण किरण दिनेश की,
वो चक्रवर्ती विश्वजयी,
मात्रभूमि हारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।3।।
उठा कदम बढ़ा कदम,
कदम कदम बढ़ाये जा,
कदम कदम पे दुश्मनों के,
धड़ से सर उड़ाए जा,
उठेगा विश्व हाथ जोड़,
करने तेरी आरती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।4।।
उठो जवान देश के,
वसुंधरा पुकारती,
ये देश है पुकारता,
पुकारती माँ भारती।।5।।
गुरु देव जी के गीत हमें अपने राष्ट्र की सेवा और उत्थान के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देते हैं। उठो जवान देश के, वसुंधरा पुकारती हमें यह एहसास कराता है कि मातृभूमि की रक्षा और उन्नति केवल सैनिकों का ही कार्य नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। यह गीत हमें अपने भीतर छुपे उस जुनून को जागृत करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे हम अपने कर्मों द्वारा देश को आगे ले जा सकें। यदि इस गीत ने आपके हृदय में राष्ट्रभक्ति की ज्वाला जगा दी है, तो देश उठेगा अपने पैरों, निज गौरव के भान से , अब जाग उठो, कमर कसो, मंजिल की राह बुलाती है , भारत जागो, विश्व जगाओ, अपना दिव्य रूप प्रकटाओ और पराक्रमी अध्याय लिखेंगे, ले दृढ़ता से ठान, जय जय हिंदुस्तान जैसे अन्य गीतों को भी पढ़ें और अपने भीतर देशप्रेम और कर्तव्यनिष्ठा की भावना को और सशक्त करें। 🙏🇮🇳✨