तू ही मेरी इबादत है, तू ही मेरा धरम – देशभक्ति गीत लिरिक्स

तू ही मेरी इबादत है, तू ही मेरा धरम गीत राष्ट्रभक्ति की उस गूंज को प्रकट करता है, जो हर सच्चे देशवासी के दिल में बसती है। यह गीत केवल शब्दों का मेल नहीं, बल्कि मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण की भावना का प्रतीक है। जब कोई व्यक्ति अपने देश को सबसे ऊपर रखता है, तो वही सच्चे अर्थों में देशभक्त कहलाता है। यह गीत हमें याद दिलाता है कि चाहे कोई भी परिस्थिति हो, भारत माता की सेवा ही हमारी सर्वोच्च पूजा और कर्तव्य है।

Tu Hi Meri Ebadat Hai, Tu Hi Mera Dharam

तू ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम,
ऐ वतन मेरे हमदम मेरे,
तू ही मेरा करम,
तू ही मेरा करम,
तु ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम।।1।।

तुझको ही पुजू और ध्याऊँ मैं,
तेरे ही गीतों को गाउँ मैं,
ऐ वतन वतन मेरे,
तू ही है रब खुदा मेरे,
तुझसे अलग न जी सकूँ,
मर जाऊ मैं सनम,
मर जाऊ मैं सनम,
तु ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम।।2।।

तू मेरी जन्नत है तू मेरी मन्नत है,
तुझसे ही ये मेरा जीवन है,
तुझमे समा जाऊ तुझपे ही मर जाऊ,
कहता ये हर पल मेरा मन है,
जान मेरी हाजिर है,
सेवा में ही तेरे वतन,
मर जाये ये ‘सुभाष’ तेरा,
करते हुए करम,
करते हुए करम,
तु ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम।।3।।

तू ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम,
ऐ वतन मेरे हमदम मेरे,
तू ही मेरा करम,
तू ही मेरा करम,
तु ही मेरी इबादत है,
है तू ही मेरा धरम।।4।।

तू ही मेरी इबादत है, तू ही मेरा धरम गीत न केवल मातृभूमि के प्रति प्रेम को व्यक्त करता है, बल्कि हमें याद दिलाता है कि देश की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। जब हम अपने कर्तव्यों को निष्ठा से निभाते हैं, तभी राष्ट्र उन्नति की ओर बढ़ता है। यह गीत हमें प्रेरित करता है कि हम अपने कर्मों से देश को महान बनाएं और इसकी संस्कृति व अखंडता की रक्षा करें। यदि इस गीत ने आपके हृदय में राष्ट्रभक्ति की भावना प्रज्वलित की है, तो Hum Honge Kamyab Ek Din – Deshbhakti Geet, Main Dhanush Ban Shri Ram Se Lekar Chakra Kanhaiya Se Lunga Lyrics, Ye Desh Hai Veer Javano Ka – Deshbhakti Geet जैसे अन्य गीतों को भी पढ़ें और अपने भीतर देश के प्रति समर्पण को और दृढ़ करें। 🙏🇮🇳

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