तेरी मिट्टी में मिल जावा गीत लिरिक्स

तेरी मिट्टी में मिल जावा गीत हमारे देश के प्रति गहरे प्रेम और त्याग की भावना को व्यक्त करता है। यह गीत मातृभूमि के लिए समर्पण और उसकी मिट्टी से जुड़ाव की खूबसूरती को दर्शाता है। आइए, इस गीत के माध्यम से हम अपने देश के प्रति अपने दिल की बात साझा करें।

Teri Mitti Me Mil Java Geet Lyrics

तलवारों पे सर वार दिए,
अंगारों में जिस्म जलाया है…
तब जाके कहीं हमने सर पे,
ये केसरी रंग सजाया है।।

ऐ मेरी ज़मीं, अफसोस नहीं,
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे…
महफ़ूज़ रहे, तेरी आन सदा,
चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे।

ऐ मेरी ज़मीं, महबूब मेरी,
मेरी नस-नस में तेरा इश्क बहे…
फ़ीका न पड़े कभी रंग तेरा,
जिस्मों से निकल के खून कहे।

तेरी मिट्टी में मिल जावां…
ग़ुल बन के मैं खिल जावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू…
तेरी नदियों में बह जावा,
तेरी फ़सलों में लहरावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू।।

सरसों से भरे, खलिहान मेरे,
जहां झूम के भंगड़ा पा ना सका…
आबाद रहे, वो गांव मेरा,
जहां लौट के वापस जा ना सका।

ओ वतना वे, मेरे वतना वे,
तेरा मेरा प्यार निराला था…
क़ुरबान हुआ, तेरी असमत पे,
मैं कितना नसीबों वाला था।।

तेरी मिट्टी में मिल जावां…
ग़ुल बन के मैं खिल जावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू…
तेरी नदियों में बह जावा,
तेरी फ़सलों में लहरावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू।।
केसरी…..

ओ हीर मेरी, तू हसती रहे,
तेरी आंख घड़ी भर, नम ना हो…
मैं मरता था, जिस मुखड़े पे,
कभी उसका उजाला कम ना हो।

ओ माई मेरी, क्या फिक्र तुझे,
क्यूं आंख से दरिया बहता है…
तू कहती थी, तेरा चांद हूं मैं,
और चांद हमेशा रहता है।

तेरी मिट्टी में मिल जावा,
ग़ुल बन के मैं खिल जावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू…
तेरी नदियों में बह जावा,
तेरी फ़सलों में लहरावा,
इतनी सी, है दिल की आरज़ू।।

देश से प्रेम और त्याग की भावना से भरा यह गीत तेरी मिट्टी में मिल जावा हमें मातृभूमि के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है। इसी भावना के साथ आप भारत की इस Bharat Ki Is Punya Dhara Par Shubh Parivartan Layenge Lyrics, Yah Kal Kal chhal chhal Bahati kya Kahati Ganga Dhara Lyrics, Rakt Shirao Me Rana Ka Rah Rah Aaj Hilore Leta Lyrics को भी पढ़ सकते हैं, जो हमारे देश प्रेम को और गहरा करते हैं।

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