गुरु देव जी के गीत मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और सम्मान की भावना को जागृत करते हैं। सरहद तुझे प्रणाम गीत उन वीर सैनिकों के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करता है, जो अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा करते हैं। यह गीत हमें राष्ट्र प्रेम और समर्पण की भावना से ओतप्रोत कर देता है, जिससे हर देशभक्त का हृदय गर्व से भर उठता है।
Sarahad Tujhe Pranam
सरहद तुझे प्रणाम,
सरहद तुझें प्रणाम।।1।।
देश की रक्षा धर्म हमारा,
देश की सेवा कर्म हमारा,
गूंज उठेगा जल थल अंबर,
जग में गौरव गान,
सरहद तुझें प्रणाम।।2।।
सीमाएँ हम रखे सुरक्षित,
देश रहेगा सदा अखंडित,
इसी के हित मे जिये मरेंगे,
चलके सीना तान,
सरहद तुझें प्रणाम।।3।।
जन जन मे सद भाव जगाये,
भेद भाव सब दूर भगाए,
एक देश है एक संस्कृति,
समरस अमृत पान,
सरहद तुझें प्रणाम।।4।।
धर्म शिखर पर ले जायेंगे,
देश का वैभव प्रगटायेगे,
विश्व गुरू बनकर उमडेंगे,
पायेगे सम्मान,
सरहद तुझें प्रणाम।।5।।
सरहद तुझे प्रणाम,
सरहद तुझें प्रणाम।।6।।
गुरु देव जी के गीत केवल भक्ति का ही नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति का संदेश भी देते हैं। सरहद तुझे प्रणाम गीत उन अमर शहीदों की याद दिलाता है, जिनकी कुर्बानियों से हमारा देश सुरक्षित और गौरवशाली बना हुआ है। यदि यह गीत आपके हृदय को देशभक्ति से भर देता है, तो मनुष्य तू बडा महान है धरती की शान तू है, हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं, उठो जवान देश के वसुंधरा पुकारती – देशभक्ति गीत, तेरी मिट्टी में मिल जावा जैसे अन्य गीतों को भी पढ़ें और अपने भीतर मातृभूमि के प्रति सम्मान और प्रेम की भावना को और प्रबल करें। 🙏🇮🇳✨