रक्त शिराओं में राणा का रह रह आज हिलोरे लेता लिरिक्स

रक्त शिराओं में राणा का रह रह आज हिलोरे लेता भजन वीरता और बलिदान की गाथा कहता है, जो हमारे पूर्वजों के साहस और देश प्रेम की कहानी बयां करता है। यह गीत हमें अपने इतिहास से जोड़कर देश के प्रति गर्व और समर्पण की भावना जगाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम अपने शूरवीरों को याद करें और उनके आदर्शों को अपनाएं।

Rakt Shiravo Me Rana Ka Rah Rah Aaj Hilore Leta Lyrics

रक्त शिराओं में राणा का,
रह रह आज हिलोरे लेता।
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

वीर प्रसुता भारत माँ की,
हम सब हिन्दु है संताने।
हर विपदा जो माँ पर आती,
सहते हैं हम सीना ताने,
युग युग की नीद्रा को तज कर।
युग युग की नीद्रा को तज कर,
फिर से अपना गौरव चेता।
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

यह वह भूमि जहाँ पर नित नित,
लगता बलिदानों का मेला।
इस धरती के पुत्रो ने ही,
हस हस महा मृत्यु को झेला।
हमको डिगा न पाया कोई,
हमके डिगा न पाया कोई।
अगनित आये विश्व विजेता,
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

आज पुनः आकांत हुई है,
देव भूमि कश्मीर हमारी।
उठो चुनौती को स्वीकारे,
युवकों आज हमारी बारी,
सीमाओं पर हरी दल देखो।
सीमाओं पर हरी दल देखो,
हमको पुनः चुनौती देता,
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

कही न फिर हमसे छिन जाये,
देव भूमि कश्मीर हमारी।
समय आ गया खींचो वीरो,
पोशो से अब खडक दुदारी,
मिटा विश्व से इन दुष्टों को,।
मिटा विश्व से इन दुष्टों को,
बने जगत के अतुल विजेता,
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

रक्त शिराओं में राणा का,
रह रह आज हिलोरे लेता।
मातृभूमि का कण कण तृण तृण,
हमको आज निमंत्रण देता।।

शौर्य और बलिदान की प्रेरणा देने वाला यह भजन रक्त शिराओं में राणा का रह रह आज हिलोरे लेता हमें अपने देश के लिए गर्व महसूस कराता है। इसी भावना को बनाए रखते हुए आप सरहद तुझे प्रणाम देशभक्ति गीत लिरिक्स, मनुष्य तू बडा महान है धरती की शान तू है लिरिक्स, जान रहे ना रहे देश ज़िंदा रहे देशभक्ति गीत लिरिक्स को भी पढ़ सकते हैं, जो हमारे देश प्रेम को और मजबूत बनाते हैं।

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