कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियो एक प्रेरणादायक देशभक्ति गीत है, जो हमारे देश के प्रति समर्पण और बलिदान की भावना को दर्शाता है। इस गीत के माध्यम से, हम उन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने अपनी जान और तन से देश की सेवा की। यह भजन हमें अपने कर्तव्यों और देशभक्ति की अहमियत को समझाने का एक प्रयास है। इस गीत के शब्द हमारे हौंसले को बढ़ाते हैं और देश के लिए समर्पित होने का उत्साह जगाते हैं।
Kar Chale Ham Fida Jaan-O- Tan Sathiyo
कर चले हम फ़िदा,
जान-ओ-तन साथियो,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।1।।
सांस थमती गई,
नब्ज जमती गई,
फिर भी बढ़ते कदम,
को ना रुकने दिया,
कट गये सर हमारे तो,
कुछ ग़म नही,
सर हिमालय का हमने,
न झुकने दिया
मरते मरते रहा,
बाँकपन साथीयों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।2।।
जिन्दा रहने के मौसम,
बहुत हैं मगर,
जान देने की रुत,
रोज आती नही,
हुस्न और इश्क दोनो,
को रुसवा करे,
वो जवानी जो खूँ में,
नहाती नही,
बाँध लो अपने सर पर,
कफ़न साथीयों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।3।।
राह कुर्बानियों की ना,
वीरान हो,
तुम सजाते ही रहना,
नये काफ़िले,
फ़तह का जश्न,
इस जश्न के बाद है,
जिन्दगी मौत से,
मिल रही है गले,
आज धरती बनी है,
दुल्हन साथीयों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।4।।
खेंच दो अपने खूँ से,
जमीं पर लकीर,
इस तरफ आने पाये ना,
रावण कोई,
तोड़ दो हाथ अगर,
हाथ उठने लगे,
छूने पाये ना सीता का,
दामन कोई,
राम भी तुम तुम्हीं,
लक्ष्मण साथीयों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।5।।
कर चले हम फ़िदा,
जान-ओ-तन साथियो,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो।।6।।
गुरु देव जी के भजन हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उनके द्वारा गाए गए भजनों के शब्दों में अपार शक्ति और समर्पण की भावना समाई हुई है। कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियो जैसे भजन न केवल देशभक्ति को प्रकट करते हैं, बल्कि हमें अपने भीतर की ताकत और धैर्य को जागृत करते हैं। गुरु देव जी के अन्य भजन जैसे ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन – देशभक्ति गीत, धरती सुनहरी अंबर नीला – देशभक्ति गीत, अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं – देशभक्ति गीत भी हमारे जीवन को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इन भजनों के माध्यम से हम अपनी आत्मा को शुद्ध कर सकते हैं और समाज में अच्छाई फैलाने के लिए प्रेरित हो सकते