दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल एक अत्यंत प्रेरणादायक और देशभक्ति से भरा गीत है, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की संघर्षों और बलिदानों को याद दिलाता है। यह गीत हमें यह एहसास कराता है कि हमारे देश की आज़ादी बिना किसी हथियार के, केवल संघर्ष और बलिदान से हासिल हुई थी। इसके शब्द हमें यह प्रेरणा देते हैं कि हम अपनी आज़ादी की क़ीमत को समझें और इसे बनाए रखने के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करें।
De Di Hame Aajadi Bina Khadag Bina Dhaal
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल।।1।।
धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई,
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई,
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई,
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई,
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम।।2।।
शतरंज बिछा कर यहाँ बैठा था ज़माना,
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना,
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था ताना,
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना,
मारा वो कस के दांव कि उल्टी सभी की चाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम।।3।।
जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े,
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े,
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े,
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े,
फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम।।4।।
मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लंगोटी,
लाखों में लिए घूमता था लिये सत्य की सोंटी,
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी,
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी,
दुनिया में तू बेजोड़ था इंसान बेमिसाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम।।5।।
जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया,
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया,
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया,
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया,
जिस दिन तेरी चिता जली रोया था महाकाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम।।6।।
दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल।।7।।
गुरु देव जी के गीत हमें अपने देश के प्रति गहरी निष्ठा और समर्पण की भावना से भरते हैं। दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल जैसे गीत स्वतंत्रता संग्राम के नायक और उनके द्वारा किए गए संघर्षों का सम्मान करते हैं, जो हमें अपने वतन के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देते हैं। गुरु देव जी के अन्य गीत जैसे चंदन है इस देश की माटी – देशभक्ति गीत, होठों पे सच्चाई रहती है जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है लिरिक्स, हे माँ जननी जन्मभूमि तू मेरी – देशभक्ति गीत भी हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने की प्रेरणा देते हैं, ताकि हम अपनी आज़ादी को हमेशा बनाए रख सकें। इन गीतों के माध्यम से हम अपने दिलों में देशभक्ति और कर्तव्य की भावना को प्रगाढ़ कर सकते हैं।