छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी देशभक्ति गीत लिरिक्स

छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी देशभक्ति गीत हमें वर्तमान में जीने और देश के उज्जवल भविष्य के लिए एकजुट होने का संदेश देता है। यह गीत पुराने विवादों को भूलकर नए उत्साह के साथ देशभक्ति की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। आइए, इस गीत के माध्यम से एक नई सोच और जोश को अपनाएं।

Chhodo Kal Ki Bate Kal Ki Baat Purani – Desh Bhakti Geet Lyrics

छोड़ो कल की बातें,
कल की बात पुरानी,
नये दौर में लिखेंगे,
मिलकर नई कहानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

आज पुरानी ज़ंजीरों को,
तोड़ चुके हैं,
क्या देखें उस मंजिल को जो,
छोड़ चुके हैं,
चाँद के दर पे जा पहुंचा है,
आज ज़माना,
नये जगत से हम भी नाता,
जोड़ चुके हैं,
नया खून है नयी उमंगें,
अब है नयी जवानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

हमको कितने ताजमहल हैं,
और बनाने,
कितने ही अजंता हमको,
और सजाने,
अभी पलटना है रुख कितने,
दरियाओं का,
कितने पवर्त राहों से हैं,
आज हटाने,
नया खून है नयी उमंगें,
अब है नयी जवानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

आओ मेहनत को अपना,
ईमान बनाएं,
अपने हाथों को अपना,
भगवान बनाएं,
राम की इस धरती को,
गौतम की भूमी को,
सपनों से भी प्यारा,
हिंदुस्तान बनाएं,
नया खून है नयी उमंगें,
अब है नयी जवानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

हर ज़र्रा मोती है,
आँख उठाकर देखो,
माटी में सोना है,
हाथ बढ़ाकर देखो,
सोने की ये गंगा है,
चांदी की यमुना,
चाहो तो पत्थर पे,
धान उगाकर देखो,
नया खून है नयी उमंगें,
अब है नयी जवानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

छोड़ो कल की बातें,
कल की बात पुरानी,
नये दौर में लिखेंगे,
मिलकर नई कहानी,
हम हिन्दुस्तानी,
हम हिन्दुस्तानी।।

नई ऊर्जा और एकता का प्रतीक यह गीत छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी हमें देशभक्ति की नई राहों पर चलने के लिए प्रेरित करता है। इसी संदर्भ में आप Nanha Munna Rahi Hu Desh Ka Sipahi Hu, Insaf Ki Dagar Pe Bachcho Dikhao Chalake, De Di Hume Azadi Bina Khadag Bina Dhal को भी पढ़ सकते हैं, जो हमारे देश प्रेम को और सशक्त बनाते हैं।

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