ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन – देशभक्ति गीत

ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन — यह गीत मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम और उससे बिछड़ने के दर्द को शब्दों में पिरोता है। जब भी कोई प्रवासी इस गीत को पढ़ता है, तो उसके हृदय में अपने वतन की यादें उमड़ पड़ती हैं। यह गीत केवल शब्दों का मेल नहीं, बल्कि देश के प्रति हमारी गहरी भावनाओं का प्रतिबिंब है। यह हमें अपनी मिट्टी, अपनी संस्कृति और अपने देश के मूल्यों की अहमियत को समझने के लिए प्रेरित करता है।

Aye Mere Pyare Vatan Aye Mere Bichhade Chaman

ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे बिछड़े चमन,
तुझपे दिल कुर्बान,
तू ही मेरी आरज़ू,
तू ही मेरी आबरू,
तू ही मेरी जान।।1।।

तेरे दामन से जो आए,
उन हवाओं को सलाम,
चूम लूँ मैं उस ज़ुबां को,
जिसपे आए तेरा नाम,
सबसे प्यारी सुबह तेरी,
सबसे रंगीं तेरी शाम,
तुझपे दिल कुर्बान,
तू ही मेरी आरज़ू,
तू ही मेरी आबरू,
तू ही मेरी जान।।2।।

माँ का दिल बन के कभी,
सीने से लग जाता है तू,
और कभी नन्हीं सी बेटी,
बन के याद आता है तू,
जितना याद आता है मुझको,
उतना तड़पाता है तू,
तुझपे दिल कुर्बान,
तू ही मेरी आरज़ू,
तू ही मेरी आबरू,
तू ही मेरी जान।।3।।

छोड़ कर तेरी गली को,
दूर आ पहुंचे हैं हम,
है मगर ये ही तमन्ना,
तेरे ज़र्रों की कसम,
जिस जगह पैदा हुए थे,
उस जगह ही निकले दम,
तुझपे दिल कुर्बान,
तू ही मेरी आरज़ू,
तू ही मेरी आबरू,
तू ही मेरी जान।।4।।

ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे बिछड़े चमन,
तुझपे दिल कुर्बान,
तू ही मेरी आरज़ू,
तू ही मेरी आबरू,
तू ही मेरी जान।।5।।

ऐ मेरे प्यारे वतन गीत केवल एक गीत नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की भावना है जो अपने देश से दूर रहते हुए भी उससे अटूट प्रेम करता है। यह हमें याद दिलाता है कि चाहे हम कहीं भी रहें, हमारा हृदय हमेशा अपनी मातृभूमि के लिए धड़कता रहेगा। यदि यह गीत आपके मन में देशप्रेम की भावना को गहराई से जगाता है, तो Dharati Sunhari Ambar Nila – Deshbhakti Geet, Apni Azadi Ko Hum Hargij Mita Sakte Nahi – Deshbhakti Geet, De Di Hame Azadi Bina Khagad Bina Dhal – Deshbhakti Geet जैसे अन्य देशभक्ति गीत भी पढ़ें और अपने राष्ट्रप्रेम को और अधिक प्रगाढ़ करें। जय हिंद! 🇮🇳🔥

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