गुरु देव जी के भजन हमें मातृभूमि के प्रति प्रेम, समर्पण और बलिदान की भावना से जोड़ते हैं। आया बुलावा भारत माँ का, मेरा ही नाम प्रथम लिखा है भजन हमें यह अहसास कराता है कि देश की सेवा करना केवल कर्तव्य नहीं, बल्कि एक महान सम्मान भी है। जब हम इसे पढ़ते या करते हैं, तो हमारे भीतर राष्ट्र के प्रति समर्पण और त्याग की भावना और प्रबल हो जाती है।
Aaya Bulawa Bharat Maa Ka Mera He Name Pratham Likha Hai
आया बुलावा भारत माँ का,
मेरा ही नाम प्रथम लिखा है,
लक्ष्मण रेखा पर सरहद की,
आज किसी ने कदम रखा है।।1।।
आज नादान ना कहना,
भावना में मत बहना,
दुश्मनों की ये हरकत,
हो गई मुझे असहना।
अरे मां आज ललन को,
उठा छोटी सी गन मां,
द्वारा करे ना हिम्मत,
कुचलना चाहूं फन मां,
मिटना सदा से इस माटी पर,
हमने अपना धरम रक्खा है,
लक्ष्मण रेखा पर सरहद की,
आज किसी ने कदम रखा है।।2।।
आंच आंचल पे ना आये,
कर दूं कुर्वान वतन को,
रहे क्यों उजार ये गुलशन,
न्यौछावर गुल गुलशन को,
कसम खाके मां तेरी,
ये बेडा मैने उठाया,
हाथ काटूगां दोनो,
तिरंगा जिसने झुकाया,
भेजूंगा दुश्मन को वहां मां,
खाली मुल्क अदम रक्खा है,
लक्ष्मण रेखा पर सरहद की,
आज किसी ने कदम रखा है।।3।।
ये हिन्दुस्तान का बच्चा,
श्री जय मन का सच्चा,
आज दुश्मन को मिटाने,
चवा जायेगा कच्चा,
मुझे जाने भी दे मां,
फूंकने शत्रु का खेमा,
आंच आंचल पे ना आये,
आज मेरी भारत मां के,
मिटना सदा से इस माटी पर,
हमने अपना करम रक्खा है,
लक्ष्मण रेखा पर सरहद की,
आज किसी ने कदम रखा है।।4।।
आया बुलावा भारत माँ का,
मेरा ही नाम प्रथम लिखा है,
लक्ष्मण रेखा पर सरहद की,
आज किसी ने कदम रखा है।।5।।
गुरु देव जी के भजन हमारी आत्मा को राष्ट्रभक्ति और सेवा भाव से ओत-प्रोत कर देते हैं। आया बुलावा भारत माँ का, मेरा ही नाम प्रथम लिखा है भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि जब भी देश को हमारी आवश्यकता हो, हम सदा तत्पर रहें। यदि यह भजन आपके मन को छू गया हो, तो गुरु देव की महिमा अपरंपार, गुरु चरणों में वंदना, गुरु कृपा से जीवन संवारें और गुरु देव का सुमिरन करें जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और आध्यात्मिक प्रेरणा प्राप्त करें। 🙏✨