Chintpurni Mata Aarti चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जग को तारो भोली माँ, जन को तारो भोली माँ, काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा !! !! भोली माँ…!! सिन्हा पर भाई असवार, भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर !! भोली माँ…!! एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा, तीजे त्रिशूल सम्भालो !! भोली माँ…!! चौथे हाथ चक्कर गदा, पाँचवे-छठे मुण्ड़ो की माला !! भोली माँ…!! सातवे से रुण्ड मुण्ड बिदारे, आठवे से असुर संहारो !! भोली माँ…!! चम्पे का बाग़ लगा अति सुन्दर, बैठी दीवान लगाये !! भोली माँ…!! हरी ब्रम्हा तेरे भवन विराजे, लाल चंदोया बैठी तान !! भोली माँ…!! औखी घाटी विकटा पैंडा, तले बहे दरिया !! भोली माँ…!! सुमन चरण ध्यानु जस गावे, भक्तां दी पज निभाओ !! भोली माँ…!! !! चिंतपूर्णी माता की जय !!

Chintpurni Mata Aarti | चिंतपूर्णी माता की आरती : चिंताओं से मुक्ति

चिंतपूर्णी माता आरती देवी चिंतपूर्णी को समर्पित एक पवित्र भक्ति गीत है, जो हिमाचल प्रदेश के उना जिले में स्थित प्रसिद्ध चिंतपूर्णी मंदिर की अधिष्ठात्री देवी हैं। यह Chintpurni Mata Aarti श्रद्धालुओं के दिलों में विशेष स्थान रखती है और उनकी आस्था का प्रतीक है। माना जाता है कि माता चिंतपूर्णी सभी चिंताओं और कष्टों … Read more