चलो चले हम मंदिर में किसका इंतज़ार है

चलो चले हम मंदिर में, किसका इंतज़ार है भजन भक्तों को प्रभु के चरणों में शीघ्र जाने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि जीवन में शांति, शक्ति और सच्ची खुशी का असली स्रोत ईश्वर की भक्ति में ही छिपा है। हनुमान जी के मंदिर के दर्शन मात्र से मन को असीम सुख और ऊर्जा मिलती है। यही संदेश यह भजन देता है—आइए, प्रेम और श्रद्धा के साथ प्रभु की शरण में चलें।

Chalo Chale Hum Mandir Mein kiska Intejar Hai

श्लोक

मनोजवं मारुततुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं,
श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये॥

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलो चले हम मंदिर में,
किसका इंतज़ार है॥

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

मंदिर में बालाजी जी को,
हम सिन्दूर चढ़ाएंगे।
फुल चढ़ा के बाला जी को,
हम खुश करके आएंगे।

कर बालाजी से प्यार है,
करना हमें इज़हार है।
बालाजी जी तैयार है,
फिर किसकी दरकार है।

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

बजरंगी दुनिया में राम से,
पहले पूजे जाते है।
राम बिना मेरे बजरंगी,
कहीं भी रह ना पाते है।

इन दोनों का प्यार है,
यही राम कथा सार है।
तुझको ऐतबार है,
तो तेरी नईया पार है।

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

हारा हुआ महसूस तू करता,
पर बंदेया तू हारा नहीं।
साथ में बैठा जग का मालिक,
बंदेया तू बेसहारा नहीं।

मित्तल उठ तू हिम्मत कर,
दुनिया की ना परवाह कर।
बालाजी जी मेरे कर देते,
सबका बेडा पार है।

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

चारों युग प्रताप है जिनका,
दुनिया में उजियाला है।
साधू संत के जो रखवाले,
बाबा घोटे वाला है।

सब संतो के प्यारे है,
सीता माँ के दुलारे है।
लक्ष्मण जिनके भईआ है,
पार लगाते नईया है।

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है।

आज मंगलवार है,
बालाजी का वार है।
चलों चले हम मंदिर मे,
किसका इंतज़ार है॥

Chalo Chale Hum Mandir Mein kiska Intejar Hai भजन हमें बताता है कि संसार के मोह-माया में फंसे रहने से हमें केवल अस्थायी सुख मिलता है, लेकिन जब हम मंदिर की ओर कदम बढ़ाते हैं, तो हमें वास्तविक आत्मिक शांति का अनुभव होता है। हनुमान जी के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करने के लिए इनके अन्य भजनों जैसे – म्हारा कामखेड़ा सरकार जी ने खम्मा रे खम्मा, मन उदास हो तो एक काम किया करो, सांवेर की धरती हनुमत साजे चले है इनकी मर्जी को भी करें और भक्ति की राह पर आगे बढ़ें एवं अपने जीवन को हनुमान जी की कृपा से धन्य करें।

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