बृहस्पति की कृपा पाने के लिए बृहस्पति शांति मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है, उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए Brihaspati Shanti Mantra का नियमित जाप इनके नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है। आइए जानते हैं इस मंत्र को जाप करने की विधि, इसके लाभ और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
Brihaspati Shanti Mantra
ॐ ब्रह्मणस्पते आचार्याय नमः॥
अर्थ- हे ब्रह्मणस्पति, हे ज्ञान के स्वामी और आचार्य! मैं आपको नमन करता हूँ। कृपया मुझे विद्या, बुद्धि और सन्मार्ग प्रदान करें।

सही विधि और पूर्ण श्रद्धा के साथ इस मंत्र का जाप करने से आर्थिक उन्नति, मानसिक शांति और करियर में सफलता मिलती है। यदि आप आध्यात्मिक रूप से अधिक उन्नति चाहते हैं, तो बृहस्पति बीज मंत्र, बृहस्पति गायत्री मंत्र, और बृहस्पति कवच स्तोत्र का जाप भी कर सकते हैं। बृहस्पति देव की कृपा से आपका जीवन मंगलमय और शुभ हो!
मंत्र जाप का शुभ मुहूर्त
इस मंत्र का जाप करने के लिए कुछ विशेष शुभ समय होते हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4:00 से 6:00 बजे तक) – यह समय मंत्र जाप के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
- गुरुवार (बृहस्पतिवार) – यह दिन विशेष रूप से बृहस्पति देव को समर्पित होता है।
- गुरु पुष्य नक्षत्र – इस नक्षत्र में मंत्र जाप करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
- पूर्णिमा तिथि – पूर्णिमा के दिन किया गया मंत्र जाप अत्यंत प्रभावी होता है।
- बृहस्पति महादशा के दौरान – यदि किसी की कुंडली में बृहस्पति की महादशा चल रही हो तो यह मंत्र अत्यधिक लाभकारी होता है।
मंत्र जाप करने की सम्पूर्ण विधि
- आवश्यक सामग्री: पीले रंग का वस्त्र और आसन, बृहस्पति देव की प्रतिमा या फोटो, पीले फूल (जैसे गेंदे के फूल), चना दाल और गुड़ का भोग, घी का दीपक और धूपबत्ती, चंदन या हल्दी का तिलक आदि।
- स्थान: मंत्र जाप करने के लिए स्वच्छ, शांत और पवित्र स्थान चुनें। यदि संभव हो तो घर के पूजा स्थान या किसी मंदिर में बैठकर जाप करें।
- स्नान: प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें और इसके बाद पीले वस्त्र पहनकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा स्थल पर बैठ जाये।
- मंत्र जाप: अब शांत मन से Brihaspati Shanti Mantra का जाप करें। मंत्र का उच्चारण स्पष्ट और सही स्वर में करें। यदि आप इस मंत्र को 40 दिनों तक नियमित रूप से जपते हैं तो इसका प्रभाव अधिक सकारात्मक होता है।
- मानसिक ध्यान: मंत्र जाप के दौरान अपने मन को शांत रखें और बृहस्पति देव का ध्यान करें। उन्हें ज्ञान, समृद्धि और आशीर्वाद के रूप में अनुभव करें।
- समाप्ती: मंत्र जाप पूर्ण होने के बाद बृहस्पति देव को पीले मीठे फल, चना दाल और गुड़ का भोग लगाएं और बाद में प्रसाद ग्रहण करें और दूसरों को भी बांटें।
बृहस्पति शांति मंत्र जाप करने के लाभ
नियमित रूप से Brihaspati Shanti Mantra In Hindi का जाप करने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं:
- बुद्धि और ज्ञान: बृहस्पति देव को ज्ञान और शिक्षा का कारक माना जाता है। इस मंत्र के जाप से स्मरण शक्ति बढ़ती है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है।
- आर्थिक समृद्धि: बृहस्पति धन और सौभाग्य के दाता हैं। इस मंत्र के जाप से धन की वृद्धि होती है और आर्थिक संकट दूर होते हैं।
- ग्रह दोष: जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है, उन्हें इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। इससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
- सफलता: यह मंत्र नौकरी, व्यापार और करियर में सफलता दिलाने में सहायक होता है। बृहस्पति की कृपा से व्यक्ति को मान-सम्मान और उच्च पद की प्राप्ति होती है।
- वैवाहिक जीवन: यदि विवाह में देरी हो रही है या दांपत्य जीवन में तनाव है, तो इस मंत्र का जाप अत्यंत लाभकारी होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा: यह मंत्र नकारात्मक शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है और जीवन में सकारात्मकता लाता है।
- दीर्घायु: बृहस्पति देव के आशीर्वाद से व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और दीर्घायु प्राप्त होती है।
FAQ
इस मंत्र के जाप के लिए सबसे सही समय क्या है?
इस मंत्र को सूर्योदय या सूर्यास्त के समय जाप करना उत्तम माना जाता है। गुरुवार को विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
क्या इसका जाप सभी लोग कर सकते हैं?
हाँ, कोई भी श्रद्धालु इस मंत्र का जाप कर सकता है, लेकिन विशेष रूप से गुरु ग्रह की कृपा प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति इसे जरूर करें।
मंत्र के जाप के लिए कौन-सी माला प्रयोग करें?
हल्दी या रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करना सबसे उत्तम माना जाता है।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩