वैदिक ग्रंथों में बृहस्पति ध्यान मंत्र का अत्यधिक महत्व बताया गया है, और इसके जाप से जीवन में सकारात्मकता, सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है। Brihaspati Dhyan Mantra का जाप करने से मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस आर्टिकल में हम इस पवित्र मंत्र का महत्व, जाप विधि और इसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Brihaspati Dhyan Mantra
रत्नाष्टापद वस्त्र राशिममलं दक्षात्किरनतं करादासीनं।
विपणौकरं निदधतं रत्नदिराशौ परम्॥
पीतालेपन पुष्प वस्त्र मखिलालंकारं सम्भूषितम्।
विद्यासागर पारगं सुरगुरुं वन्दे सुवर्णप्रभम्॥
अर्थ- जो देवगुरु बृहस्पति स्वर्ण के समान तेजस्वी हैं, रत्नों से सुशोभित आठ पग लंबे वस्त्रों से विभूषित हैं, जिनकी दिव्य आभा सूर्य की किरणों के समान प्रकाशमान है। वे अपने हाथ में अमूल्य रत्नों का समूह धारण किए हुए हैं, और ज्ञान तथा विद्या के अथाह सागर को पार करने वाले हैं। ऐसे परम पूजनीय, पीले वस्त्र और पुष्पों से सुशोभित, समस्त आभूषणों से अलंकृत देवगुरु बृहस्पति को मैं सादर नमन करता हूँ।

Brihaspati Dhyan Mantra अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है और इसके नियमित जाप से बृहस्पति देव की कृपा प्राप्त होती है। यदि आप बृहस्पति वैदिक मंत्र, बृहस्पति बीज मंत्र या गुरु ग्रह शांति मंत्र के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो हमारे अन्य लेख भी पढ़ें।
मंत्र का जाप करने की विधि
- स्नान: मंत्र जाप के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करे और साफ कपड़ें पहन ले। संभव हो तो पिले रंग का कपडा पहने क्योकि पीला रंग बृहस्पति देव का प्रिय रंग माना जाता है।
- स्थान चुनें: मंत्र जाप के लिए एक शांत, स्वच्छ और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर स्थान चुनें। पूजन स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- मूर्ति या फोटो: मूर्ति के सामने बैठ कर जाप करना ज्यादा शुभ माना जाता है, इसलिए पूजा स्थल पर बृहस्पति देव का एक फोटो अवश्य रखें।
- ध्यान: मंत्र जाप से पहले बृहस्पति देव का ध्यान करें। गहरी सांस लें और अपने मन को शुद्ध एवं शांत करें।
- मंत्र जाप: गुरुवार के दिन सूर्योदय के समय इस मंत्र का जाप 108 बार करें। रुद्राक्ष या हल्दी की माला का उपयोग करें।
- समापन: पूजा के अंत में बृहस्पति देव से आशीर्वाद मांगे और बेसन के लड्डू गरीबों में बांटें।
मंत्र के लाभ
- बुद्धि एवं ज्ञान की वृद्धि – यह मंत्र मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है।
- आर्थिक समृद्धि – व्यापार और करियर में उन्नति के लिए यह मंत्र अति लाभकारी माना जाता है।
- वैवाहिक सुख – वैवाहिक समस्याओं और संतान प्राप्ति के लिए भी इस मंत्र का जाप प्रभावशाली होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा – यह मंत्र जीवन में आने वाली बाधाओं और अशुभ प्रभावों को दूर करता है।
बृहस्पति ध्यान मंत्र का जाप जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता लाने में अत्यंत प्रभावशाली है। नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
FAQ
इसका का जाप क्यों किया जाता है?
इस मंत्र का जाप बृहस्पति देव को प्रसन्न करने, कुंडली में गुरु ग्रह के दोषों को शांत करने और आध्यात्मिक व बौद्धिक उन्नति के लिए किया जाता है।
क्या यह मंत्र सभी के लिए लाभदायक है?
हाँ, यह मंत्र सभी जातकों के लिए लाभदायक है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर या नीच राशि में स्थित है।
क्या महिलाएं बृहस्पति देव के ध्यान मंत्र का जाप कर सकती हैं?
हाँ, महिलाएं भी इस मंत्र का जाप कर सकती हैं, खासकर अपने दांपत्य जीवन और संतान सुख को सुधारने के लिए।
क्या इस मंत्र के साथ किसी विशेष पूजा या व्रत का पालन करना चाहिए?
गुरुवार को व्रत रखना, पीले वस्त्र पहनना और पीले रंग के खाद्य पदार्थों का दान करना इस मंत्र के प्रभाव को बढ़ाता है।
इस मंत्र का जाप कितने दिनों तक करना चाहिए?
कम से कम 40 दिनों तक लगातार इस मंत्र का जाप करने से इसका पूर्ण लाभ मिलता है।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩