गुरु वंदना स्तोत्रम

गुरु वंदना स्तोत्रम् : ज्ञान और आशीर्वाद का दिव्य स्रोत

गुरु वंदना स्तोत्रम् हिंदू धर्म में गुरु के महत्व को दर्शाने वाला एक पवित्र ग्रंथ है। यह स्तोत्र न केवल गुरु के प्रति श्रद्धा और समर्पण को प्रकट करता है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी दिखाता है। अगर आप भी Guru Vandana Stotram को खोज कर रहे है तो आप बिलकुल सही जगह आएं … Read more

Guru Ka Vedic Mantra ओम बृहस्पते अति यदर्यो अर्हाद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु॥ यद्दीदयच्छवस ऋतप्रजात तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्॥१॥ ॥ ॐ बृ बृहस्पतये नमः ॥२॥ ॐ अंगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि, तन्नो जीव: प्रचोदयात॥३॥

बृहस्पति वैदिक मंत्र : ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का स्रोत

वैदिक परंपरा में, बृहस्पति वैदिक मंत्र का जाप अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और हर क्षेत्र में सफलता दिलाने में सहायक होता है। Brihaspati Vedic Mantra न केवल आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाता है, बल्कि करियर, शिक्षा और विवाह समस्यां को भी दूर करता है। यहां इस मंत्र … Read more

Brihaspati Ashtottara Shatanama Stotram गुरुर्गुणवरो गोप्ता गोचरो गोपतिप्रियः, गुणी गुणवतां श्रेष्ठो गुरूणां गुरुरव्ययः। जेता जयंतो जयदो जीवोऽनंतो जयावहः, आंगीरसोऽध्वरासक्तो विविक्तोऽध्वरकृत्परः। वाचस्पतिर्वशी वश्यो वरिष्ठो वाग्विचक्षणः, चित्तशुद्धिकरः श्रीमान् चैत्रः चित्रशिखंडिजः। बृहद्रथो बृहद्भानुर्बृहस्पतिरभीष्टदः, सुराचार्यः सुराराध्यः सुरकार्यहितंकरः। गीर्वाणपोषको धन्यो गीष्पतिर्गिरिशोऽनघः, धीवरो धिषणो दिव्यभूषणो देवपूजितः। धनुर्धरो दैत्यहंता दयासारो दयाकरः, दारिद्र्यनाशको धन्यो दक्षिणायनसंभवः। धनुर्मीनाधिपो देवो धनुर्बाणधरो हरिः, आंगीरसाब्जसंजातः आंगीरसकुलोद्भवः। सिंधुदेशाधिपो धीमान् स्वर्णवर्णश्चतुर्भुजः, हेमांगदो हेमवपुर्हेमभूषणभूषितः। पुष्यनाथः पुष्यरागमणिमंडलमंडितः, काशपुष्पसमानाभः कलिदोषनिवारकः। इंद्रादिदेवोदेवेशो देवताभीष्टदायकः, असमानबलः सत्त्वगुणसंपद्विभासुरः। भूसुराभीष्टदो भूरियशः पुण्यविवर्धनः, धर्मरूपो धनाध्यक्षो धनदो धर्मपालनः। सर्ववेदार्थतत्त्वज्ञः सर्वापद्विनिवारकः, सर्वपापप्रशमनः स्वमतानुगतामरः। ऋग्वेदपारगो ऋक्षराशिमार्गप्रचारकः, सदानंदः सत्यसंधः सत्यसंकल्पमानसः । सर्वागमज्ञः सर्वज्ञः सर्ववेदांतविद्वरः, ब्रह्मपुत्रो ब्राह्मणेशो ब्रह्मविद्याविशारदः। समानाधिकनिर्मुक्तः सर्वलोकवशंवदः, ससुरासुरगंधर्ववंदितः सत्यभाषणः। नमः सुरेंद्रवंद्याय देवाचार्याय ते नमः, नमस्तेऽनंतसामर्थ्य वेदसिद्धांतपारगः। सदानंद नमस्तेऽस्तु नमः पीडाहराय च, नमो वाचस्पते तुभ्यं नमस्ते पीतवाससे। नमोऽद्वितीयरूपाय लंबकूर्चाय ते नमः, नमः प्रहृष्टनेत्राय विप्राणां पतये नमः. नमो भार्गवशिष्याय विपन्नहितकारिणे, नमस्ते सुरसैन्यानां विपत्तित्राणहेतवे। बृहस्पतिः सुराचार्यो दयावान् शुभलक्षणः, लोकत्रयगुरुः श्रीमान् सर्वगः सर्वतोविभुः। सर्वेशः सर्वदातुष्टः सर्वदः सर्वपूजितः, अक्रोधनो मुनिश्रेष्ठो नीतिकर्ता जगत्पिता। विश्वात्मा विश्वकर्ता च विश्वयोनिरयोनिजः, भूर्भुवोधनदाता च भर्ताजीवो महाबलः । बृहस्पतिः काश्यपेयो दयावान् शुभलक्षणः, अभीष्टफलदः श्रीमान् शुभग्रह नमोऽस्तु ते। बृहस्पतिः सुराचार्यो देवासुरसुपूजितः, आचार्योदानवारिश्च सुरमंत्री पुरोहितः। कालज्ञः कालृग्वेत्ता चित्तगश्च प्रजापतिः, विष्णुः कृष्णः सदासूक्ष्मः प्रतिदेवोज्ज्वलग्रहः। इति श्री बृहस्पति अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्

बृहस्पति अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् : गुरु की कृपा पाने का दिव्य मार्ग

बृहस्पति अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जिसमें बृहस्पति देव के 108 दिव्य नामों का वर्णन किया गया है। Brihaspati Ashtottara Shatanama Stotram विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जिनका गुरु ग्रह अशुभ स्थिति में है। बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लिए इस स्तोत्र का पाठ अत्यंत प्रभावी माना … Read more

Brihaspati Angiras Rishi Stotram बृहस्पतिं वाग्रहणं च बुद्धिं ज्ञानं च विद्यां च धृतिं श्रुतिं च। विनीतभावं च दयां च शीलं प्रदाय नः पातु गुरुर्गरीयान् ॥ १ ॥ देवानां च ऋषीणां च गुरुं काञ्चनसन्निभम्। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम् ॥ २ ॥ सुराचार्यं शुद्धबुद्धिं ज्ञानविज्ञानकारकम्। सर्वदोषहरं देवं तं नमामि बृहस्पतिम् ॥ ३ ॥ नमस्ते देवदेवेश नमस्ते दैवतप्रिय। नमस्ते लोकनाथाय नमस्ते गुरवे नमः ॥ ४ ॥ शान्तं पद्मधरं वन्दे सुराचार्यं कृपानिधिम्। सर्वदोषहरं देवं बृहस्पतिं नमाम्यहम् ॥ ५ ॥ ॥ इति श्रीबृहस्पति अङ्गिरस ऋषि स्तोत्रम् संपूर्णम् ॥

बृहस्पति अङ्गिरस ऋषि स्तोत्रम्: ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि का दिव्य स्रोत

बृहस्पति अङ्गिरस ऋषि स्तोत्रम् एक अत्यंत शक्तिशाली बृहस्पति स्तोत्र है, जिसकी रचना अङ्गिरस ऋषि ने की थी है। हिंदू शास्त्रों में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, शिक्षा, विवेक और शुभता का कारक माना गया है। ऋषि अङ्गिरस ने गुरु बृहस्पति की स्तुति में Brihaspati Angiras Rishi Stotram रचा, जो आज भी भक्तों को ज्ञान, धैर्य और … Read more

गुरु ग्रह की लोककथा

गुरु ग्रह की लोककथा: लोक विश्वास और बृहस्पति देव का प्रभाव

हिंदू धर्म में बृहस्पति देव को गुरु ग्रह माना जाता है, और उनकी पूजा से जीवन में कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त होते हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों में गुरु ग्रह की लोककथा प्रचलित हैं। यहाँ हमने आपके लिए कुछ लोकप्रिय Guru Grah Ki Lok Katha का वर्णन किया है। जिससे यह पता चलता … Read more

श्री बृहस्पति देव व्रत उपाख्यान

श्री बृहस्पति देव व्रत उपाख्यान: कैसे व्रत से जीवन सुधर सकता है

हिंदू धर्म में ग्रहों की पूजा का विशेष महत्व है, और बृहस्पति देव को सभी ग्रहों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्हें ज्ञान, शिक्षा, और समृद्धि के देवता माना जाता है। श्री बृहस्पति देव व्रत उपाख्यान में श्री बृहस्पति देव व्रत की विधि, पूजा, कथा और आरती का संपूर्ण विवरण दिया गया है, जिससे इस … Read more

Shri Brihaspati Kavach अस्य श्रीबृहस्पतिकवचस्तोत्रमंत्रस्य ईश्वरऋषिः॥ अनुष्टुप् छंदः। गुरुर्देवता। गं बीजं श्रीशक्तिः॥ क्लीं कीलकम्। गुरुपीडोपशमनार्थं जपे विनियोगः। अभीष्टफलदं देवं सर्वज्ञम् सुर पूजितम्॥ अक्षमालाधरं शांतं प्रणमामि बृहस्पतिम्, बृहस्पतिः शिरः पातु ललाटं पातु मे गुरुः। कर्णौ सुरगुरुः पातु नेत्रे मे अभीष्ठदायकः, जिह्वां पातु सुराचार्यो नासां मे वेदपारगः। मुखं मे पातु सर्वज्ञो कंठं मे देवतागुरुः, भुजावांगिरसः पातु करौ पातु शुभप्रदः। स्तनौ मे पातु वागीशः कुक्षिं मे शुभलक्षणः, नाभिं केवगुरुः पातु मध्यं पातु सुखप्रदः। कटिं पातु जगवंद्य ऊरू मे पातु वाक्पतिः, जानुजंघे सुराचार्यो पादौ विश्वात्मकस्तथा। अन्यानि यानि चांगानि रक्षेन्मे सर्वतो गुरुः, इत्येतत्कवचं दिव्यं त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः। सर्वान्कामानवाप्नोति सर्वत्र विजयी भवेत्, ॥ इति श्रीब्र्ह्मयामलोक्तं बृहस्पति कवच संपूर्णम् ॥

श्री बृहस्पति कवच: जीवन में ज्ञान और समृद्धि का सुरक्षा कवच

श्री बृहस्पति कवच एक शक्तिशाली स्तोत्र है, जिसका नियमित पाठ करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को शांति व समृद्धि प्राप्त होती है। Shri Brihaspati Kavach गुरु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में सहायक माना जाता है। यदि आप भी ग्रहों की … Read more

बृहस्पति देव महिमा कथा

बृहस्पति देव महिमा कथा: ग्रह दोष निवारण और आशीर्वाद की कथा

ब्रह्मांड के सबसे शक्तिशाली और ज्ञान देने वाले ग्रहों में से एक हैं बृहस्पति देव। उन्हें गुरु ग्रह के रूप में पूजा जाता है। बृहस्पति देव का स्थान हर धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह न केवल ज्ञान, शिक्षा और वैचारिक मार्गदर्शन के देवता हैं, बल्कि उनके आशीर्वाद से जीवन में शुभता और सफलता … Read more

गुरु ग्रह दोष निवारण कथा

गुरु ग्रह दोष निवारण कथा: एक कथा का शिक्षाप्रद संदेश

यह कथा एक गरीब महिला की है, जिसका जीवन बृहस्पति देव (गुरु ग्रह) के दोष के कारण कई समस्याओं से घिरा हुआ था। वह महिला जीवन में हर पहलू में असफल होती जा रही थी। इसी बीच, उसकी मुलाकात एक संत से हुई, जिनसे उसे गुरु ग्रह दोष निवारण कथा के बारे में पता चला। … Read more

गुरुवार व्रत कथा

गुरुवार व्रत कथा: बृहस्पति देव की कृपा से जीवन में समृद्धि

गुरुवार व्रत कथा एक प्रसिद्ध धार्मिक कथा है, जो बृहस्पति देव के व्रत के प्रभाव और महत्व को बताती है। Brihaspati Vrat Katha एक गरीब महिला की जीवन यात्रा को दर्शाती है, जिसने बृहस्पति देव के व्रत को सही तरीके से किया और उसकी कृपा से उसका जीवन बदल गया। आइए जानें इस कथा को … Read more