काल भैरव मंदिर वाराणसी के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने स्वयं काल भैरव को काशी का रक्षक बनाया। इस मंदिर में विराजमान भैरव बाबा को काशी के कोतवाल कहा जाता है, जिनकी अनुमति के बिना काशी में कोई भी नहीं टिक सकता। Kaal Bhairav Mandir Varanasi के विषेशता, मान्यता और पहुंचने के मार्ग के बारे में यहां बताया गया है-
मंदिर दर्शन की विशेष विधि
Kaal Bhairav Mandir Varanasi दर्शन करने से पहले भक्त अक्सर काल भैरव बाबा को सरसों का तेल, काले तिल, शराब और गुलाल चढ़ाते हैं। मान्यता है कि ये सामग्रियाँ बाबा को प्रिय हैं और इनसे प्रसन्न होकर वे भक्त की सभी बाधाएं दूर करते हैं। मंदिर परिसर में ‘नजर रक्षा धागा’ भी बांधा जाता है, जिसे भक्त अपने घर की रक्षा के लिए ले जाते हैं।
Kaal Bhairav Mandir Varanasi Timings
कार्य | समय |
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मंदिर खुलने का समय | सुबह 5:00 बजे |
दोपहर विश्राम | दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक |
शाम को बंद | रात 9:00 बजे |
आरती का समय | प्रातः 6:00 बजे एवं संध्या 7:00 बजे |
वाराणसी के अन्य स्थल से लिंक
काल भैरव मंदिर वाराणसी से कुछ ही दूरी पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा देवी मंदिर, मणिकर्णिका घाट और दशाश्वमेध घाट जैसे पवित्र स्थल स्थित हैं। श्रद्धालु अक्सर इन सभी स्थलों का एक साथ दर्शन करते हैं, जिससे उनकी यात्रा पूर्ण मानी जाती है।
रात के समय की सुरक्षा मान्यता
एक बेहद रोचक मान्यता यह है कि यदि किसी को वाराणसी में रात्रि के समय डर लगे या असहज महसूस हो तो उसे काल भैरव बाबा की शरण लेनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि रात्रि में बाबा की शक्ति और भी अधिक होती है और वे काशीवासियों की सुरक्षा करते हैं। कई श्रद्धालु रात के समय भी मंदिर के बाहर दीप जलाकर बाबा से रक्षा की प्रार्थना करते हैं।
Kaal Bhairav Mandir Varanasi कैसे पहुँचें काल भैरव मंदिर?
रेल मार्ग: वाराणसी जंक्शन (VNS) से यह मंदिर मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्टेशन से ऑटो, रिक्शा आसानी से मिल जाते हैं।
हवाई मार्ग: लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Varanasi Airport) से मंदिर की दूरी लगभग 25 किमी है। टैक्सी या कैब सुविधा उपलब्ध है।
सड़क मार्ग: वाराणसी देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। NH-31 और NH-19 से सीधी कनेक्टिविटी है।
पर्यटकों के लिए मार्गदर्शक सुझाव (Tourist Tips)
- Varanasi Kaal Bhairav Mandir के आसपास की गलियाँ संकरी हैं, इसलिए पैदल चलना या रिक्शा लेना बेहतर विकल्प है।
- मोबाइल कैमरे से मंदिर के अंदर फोटो लेना वर्जित है। इसका सम्मान करें।
- बाबा को चढ़ावे की सामग्री मंदिर के सामने ही उचित दामों पर मिलती है।
- दर्शन के बाद पास के प्रसिद्ध घाटों जैसे दशाश्वमेध घाट, मणिकर्णिका घाट और काशी विश्वनाथ मंदिर भी जरूर जाएं।
Baba Kaal Bhairav Mandir Varanasi न केवल श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि यह हर भक्त को सुरक्षा और शक्ति का भी आशीर्वाद देता है। यदि आप भारत के अन्य प्रमुख भैरव मंदिरों के बारे में जानना चाहते हैं, तो नाकोड़ा भैरव मंदिर और बटुक भैरव मंदिर दिल्ली से संबंधित हमारे लेख भी अवश्य पढ़ें, जहां भैरव बाबा की महिमा और चमत्कारी अनुभवों को विस्तार से साझा किया गया है।
FAQ
काल भैरव मंदिर में प्रसाद क्या मिलता है?
काल भैरव मंदिर में मुख्य रूप से भैरव बाबा का प्रसाद मिलता है, जो विशेष रूप से बड़, तिल और नारियल से बना होता है।
काल भैरव मंदिर में किस प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध हैं?
काल भैरव मंदिर में भक्तों के लिए शुद्ध जल, पूजा सामग्री, और सुविधाजनक स्थान उपलब्ध हैं।
काल भैरव मंदिर में कौन-कौन से पर्व मनाए जाते हैं?
काल भैरव मंदिर में प्रमुख रूप से काल भैरव अष्टमी, महाशिवरात्रि, और विशेष रूप से दुर्गा पूजा के समय भव्य आयोजन होते हैं।
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱