भैरव जी की आरती जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा… जय काली और गौर देवी कृत सेवा॥ ॥जय भैरव देवा…॥ तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक… भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक॥ ॥जय भैरव देवा…॥ वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी… महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी॥ ॥जय भैरव देवा…॥ तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होवे… चौमुख दीपक दर्शन दुःख खोवे॥ ॥जय भैरव देवा…॥ तेल चटकी दधि मिश्रित भाषावाली तेरी… कृपा कीजिये भैरव, करिए नहीं देरी॥ ॥जय भैरव देवा…॥ पाँव घुँघरू बाजत अरु डमरू दम्कावत… बटुकनाथ बन बालक जल मन हरषावत॥ ॥जय भैरव देवा…॥ बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावे… कहे धरनी धर नर मनवांछित फल पावे॥ ॥जय भैरव देवा…॥

Bhairav Aarti | भैरव जी की आरती : ग्रहों से मुक्ति

काल भैरव जी की आरती करने से शंकर भगवान अति प्रसन्न होते हैं, क्युकि Bhairav Aarti या पूजा करना मतलब भगवान शंकर जी की आरती करना माना जाता है। इनकी सिद्धि प्राप्त करने से मनचाहा वरदान पूरा होता है।  Bhairav baba ki aarti करने से मनुष्यों को राहु, शनि जैसे ग्रहों से मुक्ति मिलती है, जीवन के सारे कष्ट … Read more

dhanvantari ji ki aarti

Dhanvantari Ji Ki Aarti | धन्वंतरि जी की आरती : धन की प्राप्ति

धन्वंतरि जी की आरती व पूजा धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी जी के साथ ही किया जाता है। जिसप्रकार लक्ष्मी जी की आरती धन की देवी के रूप में किया जाता है उसी प्रकार भगवान Dhanvantari ji ki aarti व पूजा धन की प्राप्ति के लिए किया जाता है। इनके आशीर्वाद और कृपा से आप के … Read more