॥शिव ध्यान मंत्र॥ ध्यायेन्नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारुचन्द्रावतंसं, रत्नाकल्पोज्ज्चलाङ्गं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम्। पद्मासीनं समन्तात् स्तुतममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं, विश्वाद्यं विश्वबीजं निखिलभयहरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।

Shiv Dhyan Mantra | शिव ध्यान मंत्र

शिव ध्यान मंत्र का जाप भगवान शिव का ध्यान लगाने के लिए किया जाता है ध्यान भक्ति का वह स्वरुप है जिसे अपनाकर हम अपने इष्ट के बहुत करीब हो सकते है। पूजा करते समय यदि हम कुछ समय ध्यान में भी लगाए तो भगवान की कृपा बहुत जल्द प्राप्त हो सकती है। इस Shiv … Read more

शिव पंचाक्षर मंत्र नमः शिवाय

Shiv Panchakshar Mantra | शिव पंचाक्षर मंत्र

शिव पंचाक्षर मंत्र शिव के आराधना के लिए प्रयोग किया जाता है। इस मंत्र का जाप भगवान शिव को अति शीघ्र प्रसन्न करने और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस Shiv Panchakshar Mantra को सबसे पहला मंत्र माना जाता है। यह शिव मंत्र बहुत ही सरल और प्रभावी … Read more

शिव गायत्री मंत्र ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय ,धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात॥

Shiv Gaytri Mantra | शिव गायत्री मंत्र : शक्तिशाली शिव मंत्र

शिव गायत्री मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका जाप सभी लोगों को करना चाहिए। यह मंत्र शिव की स्तुति और भक्ति के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध मंत्र है। इस Shiv Gaytri Mantra का सच्ची श्रद्धा से जाप करने से भगवान भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, और भक्तो की सारी मनोकामनाओं को पूरा कर देते … Read more

शिव मंत्र शिव पंचाक्षर मंत्र महामृत्युंजय मन्त्र  शिव रूद्र मंत्र  शिव गायत्री मंत्र  शिव ध्यान मंत्र  एकादश रूद्र मंत्र

Shiv Mantra | शिव मंत्र

महादेव अर्थात शिव की पूजा में शिव मंत्र का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। शिव की पूजा पुरे भारत वर्ष में किया जाता है। Shiv Mantra के जाप से विशाल शक्ति और साहस का अनुभव होता है। इनकी मंत्रो का जाप करने से भक्तों के जीवन में किसी भी प्रकार की विपदा या कष्ट हो खत्म … Read more

शिव चालीसा दोहा जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल॥ चौपाई जय गिरिजा पति दीन दयाला, सदा करत सन्तन प्रतिपाला। भाल चन्द्रमा सोहत नीके, कानन कुण्डल नागफनी के।१। अंग गौर शिर गंग बहाये, मुण्डमाल तन क्षार लगाए। वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे, छवि को देखि नाग मन मोहे।२। मैना मातु की हवे दुलारी,बाम अंग सोहत छवि न्यारी। कर त्रिशूल सोहत छवि भारी,करत सदा शत्रुन क्षयकारी।३। मात-पिता भ्राता सब होई, संकट में पूछत नहिं कोई। स्वामी एक है आस तुम्हारी, आय हरहु मम संकट भारी।४। देवन जबहीं जाय पुकारा, तब ही दुख प्रभु आप निवारा। किया उपद्रव तारक भारी, देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी।५। तुरत षडानन आप पठायउ, लवनिमेष महँ मारि गिरायउ। आप जलंधर असुर संहारा, सुयश तुम्हार विदित संसारा।६। त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई, सबहिं कृपा कर लीन बचाई। किया तपहिं भागीरथ भारी, पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी।७। दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं, सेवक स्तुति करत सदाहीं। वेद माहि महिमा तुम गाई, अकथ अनादि भेद नहिं पाई।८। प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला, जरत सुरासुर भए विहाला। कीन्ही दया तहं करी सहाई, नीलकण्ठ तब नाम कहाई।९। पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा, जीत के लंक विभीषण दीन्हा। सहस कमल में हो रहे धारी, कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी।१०। एक कमल प्रभु राखेउ जोई, कमल नयन पूजन चहं सोई। कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर, भए प्रसन्न दिए इच्छित वर।११। जय जय जय अनन्त अविनाशी, करत कृपा सब के घटवासी। दुष्ट सकल नित मोहि सतावै, भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै।१२। त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो, येहि अवसर मोहि आन उबारो। लै त्रिशूल शत्रुन को मारो, संकट ते मोहि आन उबारो।१३। मात-पिता भ्राता सब होई, संकट में पूछत नहिं कोई। स्वामी एक है आस तुम्हारी, आय हरहु मम संकट भारी।१४। धन निर्धन को देत सदा हीं, जो कोई जांचे सो फल पाहीं। अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी, क्षमहु नाथ अब चूक हमारी।१५। शंकर हो संकट के नाशन, मंगल कारण विघ्न विनाशन। योगी यति मुनि ध्यान लगावैं, शारद नारद शीश नवावैं।१६। नमो नमो जय नमः शिवाय, सुर ब्रह्मादिक पार न पाय। जो यह पाठ करे मन लाई, ता पर होत है शम्भु सहाई।१७। ॠनियां जो कोई हो अधिकारी, पाठ करे सो पावन हारी। पुत्र होन कर इच्छा जोई, निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई।१८। पण्डित त्रयोदशी को लावे,ध्यान पूर्वक होम करावे। त्रयोदशी व्रत करै हमेशा,ताके तन नहीं रहै कलेशा।१९। धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे शंकर सम्मुख पाठ सुनावे। जन्म जन्म के पाप नसावे,अन्त धाम शिवपुर में पावे।२०। कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी,जानि सकल दुःख हरहु हमारी। दोहा नित्त नेम उठि प्रातः ही,पाठ करो चालीसा॥ तुम मेरी मनोकामना,पूर्ण करो जगदीश॥ मगसिर छठि हेमन्त ॠतु,संवत चौसठ जान॥ स्तुति चालीसा शिवहि,पूर्ण कीन कल्याण॥

Shiv Chalisa | शिव चालीसा : धार्मिक भक्ति पाठ

शिव चालीसा का हमारे हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्व है जो भगवन शिव की भक्ति और उपासना के लिए समर्पित है। भगवान शिव को क्रोध और शांति का देवता कहा जाता है भोलेनाथ के चालीसा का पाठ करना बहुत ही उत्तम और लाभदायक माना गया है। यदि आप भगवान शिव की असीम कृपा पाना चाहते हैं … Read more

Mata Sidhidatri Ki Arti जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता, तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता। तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि, तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥ कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम, जब भी हाथ सेवक के सर धरती हो तुम। तेरी पूजा में तो न कोई विधि है, तू जगदम्बे दाती तू सर्वसिद्धि है॥ रविवार को तेरा सुमरिन करे जो, तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो। तुम सब काज उसके कराती हो पूरे, कभी काम उसके रहे न अधूरे॥ तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया, रखे जिसके सर पर मैया अपनी छाया। सर्व सिद्धि दाती वो है भाग्यशाली, जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली॥ हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा, महा नंदा मंदिर में है वास तेरा। मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता, वंदना है सवाली तू जिसकी दाता॥

Mata Sidhidatri Ki Arti | माता सिद्धिदात्री की आरती

माता सिद्धिदात्री की आरती नवरात्र के नौवे दिन की जाती है। इनकी पूजा व आरती करने से अनेक सिद्धियां प्राप्त होती हैं। इसलिए Mata Sidhidatri Ki Arti सभी देवतागढ़, मनुष्य और असुर लोग करते हैं। माता सिद्धिदात्री को दुर्गा माँ के नौवें अवतार के रूप में जाना जाता है। माता की आशीर्वाद पाने के लिए महानवमी … Read more

शिव चालीसा pdf शिव की आराधना का एक आसान साधन होता है जिसे डाउनलोड कर इसके उपयोग से आप अपने भक्तिमय जीवन को और भी उजागर एवं सुन्दर कर सकते हैं।

Shiv Chalisa PDF | शिव चालीसा PDF

शिव चालीसा pdf शिव की आराधना में एक आसान साधन हो सकता है। इस पीडीएफ को आप आसानी से प्राप्त कर सकते है और डाउनलोड करके अपने समय के अनुसार इसका पाठ कर सकते है। Shiv Chalisa Pdf का पाठ किसी विशेष कार्य को सिद्ध करने के लिए भी किया जा सकता है। पीडीएफ में … Read more

भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम, हज़ारों तेरे नाम हज़ारों तेरे नाम। एक नाम लिया मैंने गणपति जी आए, भोले बाबा वेदों में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने ब्रह्मा जी आए, भोले बाबा सृष्टि में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने विष्णु जी आए, भोले बाबा शंखो में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने शंकर जी आए, भोले बाबा डमरू में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने राम जी आए, भोले बाबा धनुष में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने कान्हा जी आए, भोले बाबा बंसी में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने नारद जी आए, भोले बाबा वीणा में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... एक नाम लिया मैंने दुनिया में आए, भोले बाबा भक्तों में तेरा नाम, भोले बाबा हज़ारों तेरे नाम... मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा... है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे... पीकर भांग का प्याला नाच रहे है भोले बाबा... कह देना डमरू वाले से तेरे द्वारे पुजारी आया है... लगन तुमसे लगा बैठे है जो होगा देखा जायेगा... ओ डमरू वाले ओ काशी वाले... शिव कैलाशो के वासी... तू शिव शिव जप लें रे प्राणी... सुबह सुबह ले शिव का नाम... महादेव शंकर है जग से निराल... दानी बड़ा ये भोलेनाथ है... मेरे सर पर रख दो बाबा अपने ये दोनों हाथ... चढ़ा लो लोटा जल भरके... हे त्रिपुरारी गंगाधरी... हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ... भोले बाबा तुम्हारा मै दीवाना... बम बम भोले बोले योगिया... लगी मेरी तेरी संग लगी ओ मेरे शंकरा... मेरा भोला है भंडारी करता नंदी की सवारी...

Shiv Bhajan | शिव भजन

शिव की भक्ति और पूजा में शिव भजन का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। Shiv Bhajan करना बहुत ही शुभ माना जाता है क्युकि भजन करने से मन और आत्मा शुद्ध हो जाता है। इन भजनो में भोलेनाथ की दिव्यता, शक्ति, महिमा और तपस्या का वर्णन मिलता है। भजन को महाशिवरात्रि, सावन महीना, नागपंचमी और अन्य … Read more

surya namskar mantra

सूर्य नमस्कार मंत्र | Surya Namaskar Mantra : सकारात्मक ऊर्जा

सूर्य नमस्कार मंत्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है और अध्यात्म का प्रतीक माना जाता है।इन मंत्रों का जाप करने से हम सूर्य देवता को प्रसन्न  करते हैं। सूर्य नमस्कार मंत्र का नियमित जाप करने से हमारा जीवन सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है और हमारा  जीवन आनंदमय तथा उन्नति की ओर बढ़ता रहता … Read more

हनुमान गायत्री मंत्र इन हिंदी ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि , तन्नो: हनुमान: प्रचोदयात। ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि, तन्नो: मारुति: प्रचोदयात। ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि, तन्नो: मारुति: प्रचोदयात।

हनुमान गायत्री मंत्र इन हिंदी | Hanuman Gayatri Mantra in Hindi : हनुमान कृपा

हनुमान गायत्री मंत्र हनुमान की उपासना का एक शक्तिशाली और सरल माध्यम है। यह मंत्र न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि आंतरिक शक्ति और साहस को जागृत करने का साधन भी है। Hanuman Gayatri Mantra in Hindi में होने से इसका जाप करना सभी के लिए बहुत ही आसान हो जाता है। इसके जाप … Read more