बनकर के धूल के कण चरणों से लिपट जाऊं भजन लिरिक्स
भक्ति का सर्वोच्च रूप तब होता है जब भक्त अपने अहंकार को त्यागकर पूर्ण समर्पण भाव से माँ के चरणों में लीन हो जाता है। “बनकर के धूल के कण, चरणों से लिपट जाऊं” भजन माँ भवानी के प्रति अटूट श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है। जब भक्त माँ के चरणों में स्वयं को अर्पित … Read more