दादी चरणों में तेरे पड़ी मैया तुझको निहारूं खड़ी लिरिक्स

भक्त का मन जब माँ की भक्ति में लीन होता है, तो वह बस उनके चरणों में समर्पित हो जाना चाहता है। “दादी चरणों में तेरे पड़ी, मैया तुझको निहारूं खड़ी” भजन माँ के चरणों की महिमा और भक्त की अटूट श्रद्धा को दर्शाता है। जब भक्त माँ की ओर प्रेम और विश्वास से देखता … Read more

ले गुरु का नाम बंदे यही तो सहारा है गुरुदेव भजन लिरिक्स

इस संसार में जब कोई साथ नहीं देता, तब केवल गुरु का नाम ही सच्चा सहारा बनता है। “ले गुरु का नाम बंदे यही तो सहारा है” भजन हमें यह सिखाता है कि जीवन की कठिनाइयों से पार पाने का एकमात्र उपाय गुरुदेव की शरण में जाना है। जब मन में शांति नहीं होती, और … Read more

जीवन में जब विपदा आई कौन बचाने वाला मेरा सतगुरु प्यारा

जीवन अनिश्चितताओं से भरा हुआ है, जहाँ हर कदम पर हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जब विपत्तियाँ हमें घेर लेती हैं, तब सच्चा सहारा केवल गुरु ही होते हैं। “जीवन में जब विपदा आई कौन बचाने वाला, मेरा सतगुरु प्यारा” भजन हमें यह संदेश देता है कि गुरु का प्रेम और कृपा कभी … Read more

अगर है ज्ञान को पाना तो गुरु की जा शरण भाई भजन लिरिक्स

सच्चा ज्ञान वही है जो आत्मा को प्रकाशित करे और हमें सही दिशा दिखाए। लेकिन यह ज्ञान केवल पुस्तकों या विचारों से नहीं मिलता, बल्कि एक सच्चे गुरु की शरण में जाने से प्राप्त होता है। “अगर है ज्ञान को पाना तो गुरु की जा शरण भाई” भजन इसी गूढ़ सत्य को प्रकट करता है। … Read more

आयो सावणियो दादी जी म्हारी हिंडो हिन्डै आज लिरिक्स

श्रावण मास का आगमन होते ही भक्ति का माहौल और भी दिव्य हो जाता है, जब भक्त माँ के दरबार में उमंग और श्रद्धा के साथ जुटते हैं। “आयो सावणियो, दादी जी म्हारी हिंडो हिंडै आज” भजन माँ की उस कृपा और उत्सवमय माहौल का वर्णन करता है, जहाँ भक्त अपने हृदय की भक्ति को … Read more

दादी खोल दे दरवाजो म्हें तो केड आवांगा लिरिक्स

भक्त जब माँ के दरबार में अपनी सच्ची श्रद्धा और प्रेम लेकर आता है, तो माँ स्वयं उसका मार्ग प्रशस्त करती हैं। “दादी खोल दे दरवाजो, म्हें तो केड आवांगा” भजन भक्त की उसी पुकार को दर्शाता है, जहाँ वह माँ से अपने लिए कृपा के द्वार खोलने की विनती करता है। यह भजन माँ … Read more

सतगुरु से डोर अपनी क्यूँ ना बावरे लगाए भजन लिरिक्स

जीवन की इस अनिश्चित यात्रा में, हर कोई किसी न किसी सहारे की तलाश करता है। लेकिन जो व्यक्ति सतगुरु से अपनी डोर बाँध ले, वह कभी भी भटकता नहीं। “सतगुरु से डोर अपनी क्यूँ ना बावरे लगाए” भजन हमें यही संदेश देता है कि अगर हम अपने मन को सतगुरु के चरणों से जोड़ … Read more

भादी मावस है आई भक्ता मिल ज्योत जगाई लिरिक्स

भक्तों के लिए माँ की आराधना किसी विशेष दिन की मोहताज नहीं होती, लेकिन कुछ शुभ अवसरों पर भक्ति का रंग और भी गहरा हो जाता है। “भादी मावस है आई, भक्ता मिल ज्योत जगाई” भजन माँ दुर्गा की ज्योत जलाने और सामूहिक आराधना की शक्ति को दर्शाता है। भादी अमावस्या का यह पावन अवसर … Read more

कण कण में तेरा जलवा कुदरत का इशारा है भजन लिरिक्स

इस ब्रह्मांड का हर कण गुरुदेव की महिमा का प्रमाण है। चाहे सूरज की किरणें हों, चाँदनी की शीतलता, बहती नदियों का संगीत हो या खिले हुए फूलों की सुगंध—हर चीज़ में हमें गुरुदेव की दिव्यता का अहसास होता है। “कण कण में तेरा जलवा कुदरत का इशारा है” भजन इसी अद्भुत अनुभूति को दर्शाता … Read more

बरसा दाता सुख बरसा आँगन आँगन सुख बरसा भजन लिरिक्स

गुरुदेव की कृपा जब बरसती है, तो जीवन का हर कोना आनंद और शांति से भर जाता है। उनकी कृपा से मन का संताप मिटता है, घर-आँगन में सुख-समृद्धि का वास होता है और जीवन एक नई रोशनी से जगमगाने लगता है। “बरसा दाता सुख बरसा आँगन आँगन सुख बरसा” भजन में इसी दिव्य अनुभूति … Read more