अंजनेय गायत्री मंत्र: हनुमान जी की कृपा पाने का रहस्य खुला!

अंजनेय गायत्री मंत्र हनुमान जी के दिव्य रूप ‘अंजनेय’ को समर्पित एक प्रभावशाली वैदिक मंत्र है, जो शक्ति, साहस और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। यह मंत्र विशेष रूप से नकारात्मकता, भय और मानसिक दुर्बलता को दूर करने में सहायक होता है। Anjaneya Gayatri Mantra के नियमित जाप से साधक को असीम बल और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है।

Anjaneya Gayatri Mantra Lyrics

ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥१
ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि तन्नो: मारुति: प्रचोदयात॥२
ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि तन्नो: मारुति: प्रचोदयात॥३॥

Anjaneya Gayatri Mantra Lyrics

ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥१ ॥
ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि तन्नो: मारुति: प्रचोदयात॥२ ॥
ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि तन्नो: मारुति: प्रचोदयात॥३॥

यदि आप अपने जीवन में अद्भुत ऊर्जा और विजय की भावना लाना चाहते हैं, तो अंजनेय गायत्री मंत्र का जाप एक श्रेष्ठ मार्ग है। साथ ही राम गायत्री मंत्र, काल भैरव गायत्री मंत्र और शिव गायत्री मंत्र को भी जानें, जो आपकी साधना को और अधिक सशक्त बनाएंगे।

Anjaneya Gayatri Mantra की जाप विधि

  1. मंगलवार को प्रारंभ करें: मंगलवार को हनुमान जी का दिन माना जाता है। इस दिन से मंत्र जाप आरंभ करना अत्यंत शुभ होता है।
  2. लाल वस्त्र पहनें: जाप करते समय लाल या केसरी वस्त्र धारण करना ऊर्जा और शक्ति के लिए अनुकूल माना गया है।
  3. मूर्ति के सामने बैठें: हनुमान जी के फोटो या मूर्ति के सामने दीपक जलाकर आसन ग्रहण करें और Anjaneya Mantra का जाप करें।
  4. 108 बार जाप करें: रुद्राक्ष माला से इस मंत्र का 108 बार जाप करना साधना को पूर्णता प्रदान करता है।
  5. हनुमान चालीसा का पाठ करें: मंत्र जाप के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करने से प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है।

ध्यान देने योग्य बातें

FAQ

क्या यह मंत्र हनुमान चालीसा से अलग है?

हाँ, यह एक विशिष्ट वैदिक मंत्र है जो गायत्री छंद में रचा गया है और सीधे हनुमान जी के दिव्य स्वरूप को समर्पित है।

क्या इसे बच्चे भी जाप कर सकते हैं?

क्या इस मंत्र का जाप किसी विशेष दिशा की ओर देखकर करना चाहिए?

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