अब दया करो हे भोलेनाथ मस्त रहूं तेरी मस्ती में लिरिक्स

अब दया करो हे भोलेनाथ, मस्त रहूं तेरी मस्ती में भजन भगवान शिव की कृपा और उनकी भक्ति में डूबे रहने की प्रार्थना को प्रकट करता है। भोलेनाथ के भक्त उनके चरणों में समर्पित होकर संसार की चिंताओं से मुक्त रहना चाहते हैं, क्योंकि शिव की भक्ति ही परम आनंद का स्रोत है। जब महादेव की कृपा बरसती है, तो भक्त हर दुख और मोह से मुक्त होकर सिर्फ शिवमय जीवन जीने लगता है। यह भजन हमें शिव की अलौकिक भक्ति और उनके चरणों की मस्ती में खो जाने के लिए प्रेरित करता है। आइए, इस भजन के भावों को पढ़कर महादेव की भक्ति में डूब जाएं।

Ab Daya Karo Hey Bholenath Mast Rahun Teri Masti Me

अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।1।

तेरे चरणों में हो मेरा माथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।2।

तेरे द्वार खड़े है रख ले लाज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।3।

मैं तो झूम झूम के नाचूं आज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।4।

जपू हर हर भोले दिन और रात,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।5।

मेरे मन में बसे हो भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।6।

अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में।7।

अब दया करो हे भोलेनाथ, मस्त रहूं तेरी मस्ती में भजन यह दर्शाता है कि शिव जी की भक्ति में लीन रहना ही सच्ची शांति और आनंद का मार्ग है। जो भी शिव के चरणों में आ जाता है, उसे फिर किसी और चीज़ की आवश्यकता नहीं रहती। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो भोले बाबा ने पकड़ा हाथ अकेला मत समझो, तेरे दर जबसे ओ भोले आना जाना हो गया, भोला तेरे भक्तों को तेरा ही सहारा है, और डमरू वाले आजा तेरी याद सताए भी करें। इन भजनों के माध्यम से शिव भक्ति का और अधिक अनुभव करें और महादेव की कृपा को अपने जीवन में महसूस करें। 🚩🙏✨

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