Sai Tere Charano Ki
साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए,
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए…..
ये मन बड़ा चंचल है कैसे तेरा भजन करूं,
जितना इसे समझाऊ उतना ही मचल जाए,
साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए…….
सुनता हूँ तेरी रहमत दिन रात बरसती है,
एक बूंद जो मिल जाए दिल की कली खिल जाए,
साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए…….
नजरों से गिराना ना चाहे जितनी सजा देना,
नजरों से जो गिर जाए मुश्किल है संभल पाए,
साई तेरे चरणों की……
बाबा इस जीवन की बस एक तमन्ना है,
तुम सामने हो मेरे मेरा दम ही निकल जाए,
साई तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए……

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म