हमारे हिन्दू धर्म में विष्णु जी की आरती, व्रत और पूजा करने से पुण्य मिलता है और भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न होते हैं। Vishnu ji ki aarti करने से आप की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, Vishnu bhagwan ji ki aarti करने के लिए आप व्रत भी रख सकते हैं यदि नहीं रख पाते हैं तो सिर्फ पूजा कर सकते है।
सच्ची श्रद्धा से आरती करने पर इनकी कृपा सदा साधक पर बनी रहती है। नीचे दिए गए विष्णु देव की आरती लिरिक्स के माध्यम से आप इसका पाठ आसानी से कर सकते हैं
Vishnu Ji Ki Aarti Lyrics
ॐ जय जगदीश हरे – स्वामी! जय जगदीश हरे…
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे !!
जो ध्यावै फल पावै – दुख बिनसे मन का…
सुख-संपत्ति घर आवै – कष्ट मिटे तन का !!
!! ॐ जय !!
मात-पिता तुम मेरे – शरण गहूं किसकी…
तुम बिनु और न दूजा – आस करूं जिसकी !!
!! ॐ जय !!
तुम पूरन परमात्मा – तुम अंतरयामी…
पारब्रह्म परेमश्वर – तुम सबके स्वामी !!
!! ॐ जय !!
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता…
मैं मूरख खल कामी – कृपा करो भर्ता !!
!! ॐ जय !!
तुम हो एक अगोचर – सबके प्राणपति…
किस विधि मिलूं दयामय तुमको मैं कुमति !!
!! ॐ जय !!
दीनबंधु दुखहर्ता – तुम ठाकुर मेरे…
अपने हाथ उठाओ – द्वार पड़ा तेरे !!
!! ॐ जय !!
विषय विकार मिटाओ – पाप हरो देवा…
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ – संतन की सेवा !!
!! ॐ जय !!
तन-मन-धन और संपत्ति – सब कुछ है तेरा…
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा !!
!! ॐ जय !!
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे…
कहत शिवानंद स्वामी – मनवांछित फल पावे !!
!! ॐ जय !!
आप भगवान विष्णु के साथ बृहस्पतिदेव आरती, लक्ष्मी जी की आरती, तुलसी माता आरती कर सकते हैं, क्योंकि विष्णु देव के साथ इन आरती का पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है। जिसके फलस्वरूप भगवान विष्णु की कृपा सदैव आप पर बानी रहती है।
विष्णु जी की आरती करने की विधि
- स्नान – सबसे पहले आप सुबह उठकर नित्यकार्य करके स्नान करे और साफ कपड़े पहने।
- पूजास्थान – फिर आप मंदिर या पूजा जहा भी करते हैं उस स्थान को साफ करके गंगा जल से शुद्धि कर लें।
- मूर्ति की स्थापना – अपने पूजास्थान पर लाल कपड़ा बिछा कर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें।
- 5 या 7 मुखी दीपक – भगवान को स्थापित करने के बाद आरती के लिए एक बड़े से दीपक में घी या तिल के तेल डालकर पांच या सात बत्ती वाली दीपक तैयार कर ले।
- घंटी और शंख – आरती करते समय सबसे जरूरी बात यह है की घंटी और शंख जरूर बजाए इसकी आवाज से घर के सारे नकारात्मक शक्ति खत्म हो जाती है।
- ध्यान – सारे सामग्री को इकट्ठा करने के बाद आप अपने मन को शांत करने के लिए ध्यान मुद्रा करें।
- आरती – ध्यान करने के बाद आप जिस प्रकार से ऊपर बताया गया है उसी तरह से दीपक जलाकर आरती गान करते हुए आरती करें।
- धन्यवाद – आरती खत्म करने के बाद आप भगवान विष्णु को दिल से हर एक चीज के लिए धन्यवाद करें तथा उनसे आशीर्वाद और कृपा पाने के लिए प्रार्थना करें।
Vishnu Bhagwan Ji ki Aarti करने के कुछ लाभ निम्नलिखित
- सुख -शांति – भगवान विष्णु की आरती करने से घर में एकता और सुख -शांति बनी रहती है।
- समृद्धि – इनकी पूजा और आरती करने से साधकों का घर धन -दौलत से भरा रहता है।
- विवाह में बाधा – यदि किसी कारण वस साधक की शादी करने में कोई बाधा आती है तो इनकी पूजा से ये सभी रुकावटे खत्म हो जाते हैं।
- स्वास्थ्य – विष्णु भगवान की पूजा करने से हमारा स्वास्थ्य बना रहता है।
- समाज में संतुलन – विष्णु भगवान जी की आरती करने से आप समाज में संतुलन स्थापित कर पाते हैं जिससे समाज में आप का मान -सम्मान बना रहता है।
FAQ
भगवान विष्णु की पूजा और आरती क्यों की जाती है ?
भगवान विष्णु को लक्ष्मीनारायण के रूप में पूजने से उनका आशीर्वाद हमेशा आप के साथ रहता है।
इनकी पूजा किस दिन करनी चाहिए ?
आप प्रत्येक दिन विष्णु जी की पूजा कर सकते हैं यदि समय नहीं है तो आप हर गुरुवार के दिन पूजा कर सकते है।
इनको को भोग में क्या पसंद है ?
पिले रंग का मीठे चावल का प्रसाद पसंद है।
विष्णु भगवान जी को कौन सा रंग पसंद है ?
पीला रंग इनको अधिक प्रिय है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle.