जिस प्रकार वेदों में गायत्री मंत्र को उत्तम माना गया है उसी प्रकार गायत्री माता आरती को भी सर्वाधिक उत्तम माना गया है। आरती और शंख नाद करने से घर का वातावरण शांत और खुशनुमा बन जाता है।
Gaytri mata aarti के फलस्वरूप से मनुष्यों को धर्म, अर्थ, काम मोक्ष से मुक्ति मिलती है। प्राचीन धर्म ग्रंथों के अनुसार गायत्री माता की आरती करने से जीवन मरण से मुक्ति मिलती है।
Gaytri Mata Aarti
जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता !
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जन जग पालन कर्त्री !
दुःख, शोक, भय, क्लेश, कलह दारिद्रय दैन्य हर्त्री !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
ब्रहृ रुपिणी, प्रणत पालिनी, जगतधातृ अम्बे !
भवभयहारी, जनहितकारी, सुखदा जगदम्बे !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
अविकारी, अघहरी, अविचलित, अमले, अविनाशी !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
कामधेनु सत् चित् आनन्दा, जय गंगा गीता !
सविता की शाश्वती शक्ति, तुम सावित्री सीता !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
ऋग्, यजु, साम, अथर्व, प्रणयिनी, प्रणव महामहिमे !
कुण्डलिनी सहस्त्रार, सुषुम्ना, शोभा गुण गरिमे !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
स्वाहा, स्वधा, शची, ब्रहाणी, राधा, रुद्राणी !
जय सतरुपा, वाणी, विघा, कमला, कल्याणी !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
जननी हम है, दीन, हीन, दुःख, दरिद्र के घेरे !
यदपि कुटिल, कपटी कपूत, तऊ बालक है तेरे !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
स्नेहसनी करुणामयि माता, चरण शरण दीजै !
बिलख रहे हम शिशु सुत तेरे, दया दृष्टि कीजै !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
काम, क्रोध, मद, लोभ, दम्भ, दुर्भाव, द्वेष हरिये !
शुद्ध बुद्धि, निष्पाप हृदय, मन को पवित्र करिये !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
तुम समर्थ सब भाँति तारिणी, तुष्टि, पुष्टि त्राता !
सत् मार्ग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता !!
!! जयति जय गायत्री माता !!
माँ गायत्री की आरती के साथ- साथ आप उनके कुछ मुख्य एवं लोकप्रिय मंत्रों जैसे – ganesh gayatri mantra, hanuman gayatri mantra, shiv gayatri mantra, Durga Gayatri Mantra, Dhanvantari Gayatri Mantra, एवं Guru Gayatri Mantra का जाप कर सकते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है की ये सभी लोकप्रिय मंत्र माँ गायत्री को समर्पित हैं। जिसका जाप कर आप माँ गायत्री के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। जो आपके लिए फलदायक है।
Gaytri Mata Ji Ki Aarti करने की विधि इस प्रकार है
वैसे तो माता जी की आरती करने की अनेक विधि होती है और कुछ लोग इसे अपने तरीके से भी आरती करते हैं। लेकिन हम आपको कुछ स्पेशल विधि के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको अपनाकर आप माता जी की आरती कर सकते हैं।
- स्नान – सुबह उठकर आप स्नान करके साफ कपड़े पहन ले।
- अर्घ्य – इसके बाद उगते सूर्यदेव को अर्घ्य दे और मंत्र का जप करें।
- चित्र की स्थापना – इसके बाद लाल वस्त्र बिछा कर चित्र को स्थापित करें।
- पूजा सामान चढ़ाये – माता को लाल रंग के फूल चढ़ाये, माला, मिठाई,चढ़ाये।
- ध्यान – माता का ध्यान करने के लिए दीपक जलाये और ध्यान मुद्रा बैठ कर ध्यान करें।
- जाप – इसके बाद माला का प्रयोग करते हुए 108 बार मंत्रों का जाप करे।
- आरती – जाप खत्म करने के बाद आरती करें।
Gaytri Mata Ji Ki Aarti करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं
- स्वास्थ्य सुधार – माता की पूजा आरती करने से आप के जीवन में स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं खत्म होती हैं और आप के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- मुक्ति – माता की आरती करने से काम, धन, मोह इत्यादि चीजों का लालच खत्म हो जाता है।
- मोक्ष की प्राप्ति- माता की आरती करने से आप जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाते हैं।
- ज्ञान में वृद्धि – इनकी आरती करने से हमारा ज्ञान बढ़ता है जिससे हम अपने कार्यों में सफल होते है।
- परिवार और समाज में संतुलन – पूजा व आरती करने से सामाजिक और पारिवारिक सन्तुल बना रहता है।
FAQ
प्रतिदिन माता की आरती करने से क्या होता है ?
जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख समृद्धि बना रहता है।
माता की आरती कब करनी चाहिए ?
सुबह और शाम के समय सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद आरती करें।
यह आरती किसको करना चाहिए ?
जो भी व्यक्ति इस जीवन के चक्र से और अन्य लालच से मुक्ति पाना चाहते है उन्हें माता जी की आरती करनी चाहिए।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle.