Shiv Shankar Ki Iccha Se
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
शिव शंकर की ईच्छा से ही तो,
जगत ये सारा चलता है,
इच्छा से शिव की सुबह होती,
शाम का सूरज ढलता है,
शिव शंकर की ईच्छा से ही तो,
जगत ये सारा चलता है………
जीवन मृत्यु, हाथ में शिव के,
श्रष्टि हर बार शिव ही रचे,
सुख दुःख देने वाला शिव है,
शिव सबका ही भाग्य लिखे,
दूर अँधेरे करने भोले,
बनके दीपक जलता है,
शिव शंकर की ईच्छा से ही तो,
जगत ये सारा चलता है…
शिव ही बनाए, शिव ही मिटाए,
जग के शिव पालन करता,
ब्रह्म विष्णु शिव के उपासक,
देवों के दुःख हर्ता,
जो प्राणी ना माने शिव को,
स्वंय को वो तो छलता है,
शिव शंकर की ईच्छा से ही तो,
जगत ये सारा चलता है……
जो भी शिव की साधना करता,
उसके मन को शक्ति मिले,
शिव को समर्पित जो हो जाए,
उसको सच्ची मुक्ति ही मिले,
जो भी आए शिव की शरण में,
संकट उसका टलता है,
शिव शंकर की ईच्छा से ही तो,
जगत ये सारा चलता है……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile