Holi Khele Bholenath
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे,
हाँ रे होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे,
हाँ हाँ रे होली खेले रे सांचाई रे होली खेले,
भोलेनाथ आयो फागन महीना रे….
भर भर रंग गुलाल होली शंकर जी भी खेले रे,
तो डमरू की ताल पे हाँ डमरू की ताल पे,
गौरा जी नाचे रे, होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे…..
गौरा जी को देख देख गणपति जी को मन हर्षावे रे,
भोले जी को देख देख गणपति को मन हर्षावे रे,
तो झांझ मंजीरा लेकर रिद्धि सिद्धि नाचे रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे…..
बैठ मोर पे कार्तिक रंग गुलाल उड़ावे रे,
तो नंदी और मूषक के संग में गण भी नाचे रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे…..
भर भर केसर की पिचकारी भोले जी ने मारी रे,
तो फागुन की मस्ती भीगे दुनिया सारी रे होली खेले रे,
होली खेले भोलेनाथ आयो फागन महीना रे…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile