Ruthi Hui Gora Ko Manau Kaise
रूठी हुई गोरा को मनाऊ कैसे,
ईसर जी संग ब्याह रचाऊ कैसे…..
गोरा को मनाऊंगी टीका पहनाके,
गोरा को मनाऊंगी नथनी पहनाके,
टीका मँगाऊँगी ईसर से,
मांग भराउँगी इसर से,
ईसर संग ब्याह रचाऊ ऐसे….
गोरा को मनाऊंगी हरवा पहनाके,
गोरा को मनाऊंगी चुड़ा पहनाके,
मेहँदी मँगाऊँगी ईसर से,
अंगूठी मँगाऊँगी ईसर से,
हाँ ईसर संग ब्याह रचाऊ ऐसे….
गोरा को मनाऊंगी तगड़ी पहनाके,
गोरा को मनाऊंगी पायल पहनाके,
गोरा को मनाऊंगी बिछवा पहनाके,
महावर मँगाऊँगी ईसर से,
हाँ ईसर संग ब्याह रचाऊ ऐसे….
गोरा को मनाऊंगी लेहंगा पहनाके,
गोरा को मनाऊंगी अंगिया पहनाके,
चूनर मँगाऊँगी ईसर से,
हाँ ईसर संग ब्याह रचाऊ ऐसे….

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile