Bhole Teri Jata Mein
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा,
शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा,
काली घटा के अन्दर जिव दामिनी उजाला,
शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा……
गले मुंड मल साजे शशि भाल में विराजे,
डमरू निनाद बाजे कर में त्रिशूल धारा,
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा……
त्रगतिन तेग राशी कटी बंध नाग फासी,
गिरिजा है संग दासी कैलाश के निवासी,
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा….
शिव नाम जो उच्चारे सब पाप दोष टाले,
भक्तो के कष्ट हारी भव सिन्धु पार तारे,
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile