Mere Shankar Bholenath
जय शिव आदियोगी नाथ,
रख दो सिर पर दया का हाथ,
तुमसे जीवन अंत प्रभु, तुमसे ही है शुरुआत,
मेरे शंकर भोले नाथ, मेरे शंकर भोले नाथ…..
जोगियो वाला रूप निराला, गले में पहनी सर्प की माला,
तेरे रूप अनेक है बाबा, तू है दुनिया का रखवाला,
तेरी महिमा अपार प्रभु, शंभू तेरी क्या ही बात,
मेरे शंकर भोले नाथ, मेरे शंकर भोले नाथ…..
क्रोध में भोले जब जब आये, तीसरा नेत्र कहर मचाए,
तांडव नृत्य करे शिव शम्भू, डम डम डम डम डमरू बजाय,
प्रेरित है रोहित शंभू से मांगे तेरा ही साथ,
मेरे शंकर भोले नाथ, मेरे शंकर भोले नाथ…..

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile