Rom Rom Mera Shiv Bole
हे शिव भोले मुझपर दो ऐसा रंग चढ़ाय,
रोम रोम मेरा शिव बोले, मन बोले नमःशिवाय…..
हे शिव शंकर, हे करुणाकर, हे त्रिभुवन के स्वामी,
हे रामेश्वर, जय महाकाल, श्री नागेस्वर अन्तर्यामी,
हे बैधनाथ, हे सोमनाथ, तुम भोले दिगम्बराय,
रोम रोम मेरा शिव बोले, मन बोले नमःशिवाय,
हे शिव भोले मुझपर दो ऐसा रंग चढ़ाय……
मन मेरा शिवाला हो, ओर दिल मे हो तेरी मूरत,
जब जब भी आंखे खोलू, मेरे सामने तेरी हो सूरत,
अब रहे न तुमसे दूरी, कर दो ऐसा उपाय,
रोम रोम मेरा शिव बोले, मन बोले नमःशिवाय,
हे शिव भोले मुझपर दो ऐसा रंग चढ़ाय…….
स्वार्थ भरी दुनिया मे भोले, एक आसरा तेरा,
पक्का है विश्वास मुझे, तू भर देगा दामन मेरा,
दिलबर दिल से दिल का, ये तार जुड़ जाय,
रोम रोम मेरा शिव बोले, मन बोले नमःशिवाय,
हे शिव भोले मुझपर दो ऐसा रंग चढ़ाय……

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile