Sung Jogi Da
चैत महीने संग जोगी दा पैदल टूर के चला,
आजो सब चलिए भैना करदिया गला।
बड़े चीरा तो नाथ मेरे ने दरते नहींओ बुलाया,
एक दिन मेनू सपने दे विच आके आप जगाया-2
सारी दुनिया दरते चली तू क्यों रह गया कला,
आजो सब—
ओहदे दर ते जा के तु भूल लवी बखसा,
मैं ते तेनु नही भुलिया तुहिओ दिता भुला-2
मेहरा वाला मेहर करूंगा आगे कर देयी पला,
आजो सब—
सच्चे दिल नाल जो भी जावे कदे ना खाली मुड़े,
अपने पूजन वालिया दा औ कदे भी दिल ना तोड़े-2
ओहदे रंग विच साहिल रंग जा लोकी आखन झला,
आजो सब—
सिंगर—-साहिल निमाना
लेखक—-विजय कुमार

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile