भक्तों, जीवन के उतार-चढ़ाव में जब हर सहारा छूट जाता है, तब केवल एक ही आसरा शेष रहता है—हमारे खाटू श्याम बाबा का। उनकी कृपा जिस पर बरसती है, उसे फिर किसी और सहारे की आवश्यकता नहीं होती। आज हम जिस भजन मेरे श्याम तेरा है सहारा की चर्चा कर रहे हैं, वह इसी अटूट विश्वास और समर्पण को दर्शाता है। जब भक्त अपने जीवन का हर भार बाबा के चरणों में समर्पित कर देता है, तो फिर उसके जीवन में कोई भय या चिंता नहीं रहती। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी श्याम बाबा की शरण में पूर्ण रूप से समर्पित होने का संकल्प लें।
Mere Shyam Tera Hai Sahara
देवों में तू देव है न्यारा
कितना सुंदर कितना प्यारा ||
खाटू धाम का तू है दुलारा…
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा ||
तेरे लाल झूले झंडे है तूं सबनू खैरां वंडे है….
तेरे लाल झूले झंडे है तूं सबनू खैरां वंडे है||
जो तेरी ज्योत जगावे है हां तेरा ध्यान लगावे है…..
हां तेरा ध्यान लगावे है, हां तेरा ध्यान लगावे है ||
दुःख दूर होते उनके सदा……..
जो मलदे तेरा द्वारा…
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
बाबा तेरा है सहारा
देता तेरा है सहारा
तू हारे को जितावे है इक पल ना देर लगावे है
तू हारे को जितावे है इक पल ना देर लगावे है…..
जब भगत तूझे बुलावे है तू नीले चढ़ झट आवे है
तू नीले चढ़ झट आवे है, तू नीले चढ़ झट आवे है
बीच भंवर मझधार फंसी है…
लादे पार किनारा…
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
बाबा तेरा है सहारा
देता तेरा है सहारा
हे मेरे दीन दयाल प्रभु तूं करदे माला माल प्रभु
हे मेरे दीन दयाल प्रभु तूं करदे माला माल प्रभु||
मैं भी तेरी भेंट लियाऊ नाचती गाती दर तेरे आऊं…..
नाचती गाती दर तेरे आऊं, नाचती गाती दर तेरे आऊं….
सुनले मेरी विनती तुझे है हंस ने पुकारा ||.
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
पत रखियो मेरे श्याम मुझको तेरा है सहारा
बाबा तेरा है सहारा
देता तेरा है सहारा
गायक : लक्की हंस
लेखक : लक्की हंस
श्याम बाबा का सहारा जिसे मिल जाता है, उसका जीवन सुखमय और निश्चिंत हो जाता है। यह भजन हमें उनके प्रति अपने विश्वास को और दृढ़ करने की प्रेरणा देता है। ऐसे ही अन्य भजनों जैसे “भरोसे हम तो बाबा के, जो होगा देखा जाएगा”, “तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार”, “बैठे बैठे खाटू में ओ सांवरे”, और “खाटू नगरी जो भी आया, बनते उसके काम हैं” को भी अवश्य करें और श्याम प्रेम में लीन हो जाएं।