Nanha Sa Phool Hu Main Charano Ki Dhul Hu Main
नन्हा सा फूल हु मैं चरणों की धुल हु मैं
आया हु मैं तो तेरे द्वार ओ मैया मेरी पूजा करो सवीकार,
मैं तो निरगुनिया हु बस इतनी बात है मेरे जीवन की डोरी अब तेरे हाथ है
थोडा सा गुण मिल जाए निर्धन को धन मिल जाए
मानु तुम्हारा उपकार,
ओ मैया मेरी पूजा करो सवीकार
सुन लो हमारी अर्जी मुझको कुछ ज्ञान दो जीवन को जीना सिखु ऐसा वरदान दो
सूरज की शान पाऊ चंदा सा मान पाऊ इतना सा देदो उपहार
ओ मैया मेरी पूजा करो सवीकार
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱