Hariyalo Sawan Aayo Dadi Aajyaiyo
हरियालो सावन आयो दादी आजईयो
आजईयो माँ आजईयो
तीजां रो त्यौहार है आयो
थान बुलाऊं दादी चाव समायो
पोता पोती र आंगन आजईयो
हरियालो——–
मेहन्दी लगाऊं थार हाथां राचणी
सर पर उढा़ऊं थान लाल ओढ़णी
चुड़ो पहनाऊं थान आजईयो
हरियालो——-
आंगन मं थारी खातिर झुलो घालुं
चुन चुन कलियां झुलो सजाऊं
हौले सुं झोटा देउं आजईयो
हरियालो——–
सखियां बुलाऊं थान भजन सुणासी
खीर बणाऊं म्हारो मन सुख पासी
लाड लडा़ऊं थारा आजईयो
हरियालो——–
दादी म्हारी थारी याद सताव
मिलण री मन मं हुक घणी आव
उषा बुलाव थान आजईयो
हरियालो——–
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱