दादी गौरी की महिमा है भारी

Dadi Gauri Ki Mahima Hai Bhari

दादी गौरी की महिमा है भारी
दर पर आते हैं लाखों नर नारी

ग्राम बांड्या में दादी का दरबार है
सारी दुनियां में दादी का परिवार है
दादी गौरी की महके फुलवारी
दादी गौरी की महिमा है भारी

भाग्यशाली हैं दादी के बच्चें सभी
दादी गौरी न छोड़े साथ कभी
जो बुलाता उसी के पधारी
दादी गौरी की महिमा है भारी

महिमा है दादी की बड़ी ही महान
प्रेम भाव से करते जो गुणगान
दादी लगती है प्राणों से प्यारी
दादी गौरी की महिमा है भारी

दादी गौरी के गावे मनदीप भजन
दादी गौरी के चरणों में करता नमन
जय जय बोले गोपाल तिहारी
दादी गौरी की महिमा है भारी

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