भगवान शनि देव अपने भक्तों के कर्मों के अनुसार फल देते हैं, लेकिन वे दयालु और क्षमाशील भी हैं। जब कोई भक्त अपने किए गए दोषों के लिए पश्चाताप करता है, तो शनिदेव अपनी कृपा से उसे सही मार्ग दिखाते हैं। क्षमा करो मेरी भूल हुई शनि देवा भजन में भक्त अपनी गलतियों के लिए शनिदेव से क्षमा याचना करता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है।
Kshama Karo Meri Bhul Hui Shani Deva
क्षमा करो मेरी भूल हुई शनि देवा,
हम आये तेरे दवार हम करे तेरी पुकार,
करे तन मन से तेरी सेवा,
क्षमा करो……
जीवन रथ का तू ही सारथी,
जन्म जन्म हो तेरी आरती,
हम आये तेरे दवार हम तेरी करे पुकार,
प्रभु तन मन से तेरी सेवा,
मेरी भूल हुई शनि देवा,
क्षमा करो……
अगाथ तेरी माया शक्ति संकट पीड़ा से दो मुक्ति,
हम आये तेरे दवार हम तेरी करे पुकार,
प्रभु तन मन से तेरी सेवा,
मेरी भूल हुई शनि देवा,
क्षमा करो……
अहंकार तो जल गया सारा तेरे बिना न मुझे कोई ना चारा,
हम आये तेरे दवार हम तेरी करे पुकार,
प्रभु तन मन से तेरी सेवा,
मेरी भूल हुई शनि देवा,
क्षमा करो……
शनि देव केवल न्याय के देवता ही नहीं, बल्कि करुणा और दया के सागर भी हैं। सच्चे मन से किए गए प्रायश्चित को वे अवश्य स्वीकार करते हैं और भक्तों को सही दिशा दिखाते हैं। यदि यह भजन आपको भावविभोर कर दे, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनिदेव की असीम कृपा का अनुभव करें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩