Yaha Waha Jaha Taha Mat Puccho Kaha Kaha Hai Santoshi Maa Lyrics
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ,
मत पूछो कहाँ कहाँ,
है सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
बड़ी मन भावन,
निर्मल पावन,
प्रेम की ये प्रतिमा,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ।।
इस देवी की दया का हमने,
अद्भुत फल देखा,
पल मे पलट दे ये भक्तो की,
बिगड़ी भाग्य रेखा,
बड़ी बलसाली ममता वाली
ज्योति पुंज ये माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ।।
ये मैया तू भाव की भूखी,
भक्ति से भावे, हो भक्ति से भावे,
हो प्रेम पूर्वक जो कोई पूजे,
मन वांछित पावे,
मंगल करनी चिंता हरनी,
दुःख भंजन ये माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ।।
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ,
मत पूछो कहाँ-कहाँ,
है सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ,
बड़ी मन भावन,
निर्मल पावन,
प्रेम की ये प्रतिमा,
अपनी सँतोषी माँ,
अपनी सँतोषी माँ।।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile