शक्ति गायत्री मंत्र: माँ की कृपा पाने का दिव्य माध्यम

शक्ति गायत्री मंत्र , माँ दुर्गा की दिव्य ऊर्जा को जाग्रत करने वाला एक अत्यंत प्रभावशाली वैदिक मंत्र है। यह मंत्र उनके लिए अत्यंत फलदायक होता है, जो अपने भीतर आत्मविश्वास, सुरक्षा और तेजस्विता चाहते हैं। जो भी साधक माँ दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं, उनके लिए नीचे दिव्य Shakti Gayatri Mantra को उपलब्ध कराया गया है-

Shakti Gayatri Mantra

ॐ सर्वसंमोहिन्यै विद्महे विश्वजनन्यै धीमहि,
तन्नो शक्ति प्रचोदयात्।

भावार्थ: हम उस सर्वसंमोहिनी शक्ति को जानें, जो सम्पूर्ण सृष्टि को मोहित करने वाली है और सम्पूर्ण जगत की जननी है। हम उनका ध्यान करें, जो विश्व की जननी हैं। वे शक्ति देवी हमारे बुद्धि को शुभ और प्रेरणादायक कार्यों की ओर प्रेरित करें।

Shakti Gayatri Mantra

ॐ सर्वसंमोहिन्यै विद्महे विश्वजनन्यै धीमहि, 
तन्नो शक्ति प्रचोदयात्।

माँ शक्ति की उपासना करने वाले साधकों के लिए यह मंत्र अत्यंत उपयोगी है। यदि आप अपने जीवन में आत्मबल, सुरक्षा और मानसिक स्थिरता चाहते हैं तो शक्ति गायत्री मंत्र का जाप नियमित रूप से करें। साथ ही, आप दुर्गा गायत्री मंत्र, लक्ष्मी गायत्री मंत्र इन हिंदी और सरस्वती गायत्री मंत्र का भी स्मरण कर सकते हैं जो आपको संपूर्ण आध्यात्मिक संतुलन प्रदान करेंगे।

मंत्र जाप करने की सही विधि

अगर आप अपने जीवन में मानसिक मजबूती, आत्मबल और सकारात्मकता लाना चाहते हैं, तो यह जाप विधि आपके लिए सहायक होगी। इसलिए हमने इसकी पूरी विधि नीचे आपके लिए विस्तार से दी है

  • स्थान: जाप के लिए शांत और पवित्र स्थान चुनें जहाँ किसी प्रकार की बाधा न हो। माँ शक्ति की उपासना में स्थिरता का विशेष महत्व है।
  • स्थापना करें: मंत्र जाप से पूर्व माँ दुर्गा या माँ आदिशक्ति की मूर्ति या फोटो को पूजा स्थान पर विधिपूर्वक स्थापित करें और उन्हें प्रणाम करें।
  • दीपक जलाएं: शुद्ध देसी घी का दीपक तथा सुगंधित अगरबत्ती जलाकर वातावरण को पवित्र करें। यह साधना को दिव्यता प्रदान करता है।
  • आचमन करें: शुद्ध जल से आचमन करके ‘ॐ शांतिः शांतिः शांतिः’ का तीन बार उच्चारण करें। यह मन को एकाग्र करने में सहायक होता है।
  • मंत्र उच्चारण: Shakti Gayatri Mantra का उच्चारण स्पष्ट, धीमी और भावपूर्ण गति से करें। लयबद्ध और श्रद्धापूर्वक उच्चारण शक्ति को आकर्षित करता है।
  • भोग और प्रणाम: जाप के बाद माँ को फल, मिश्री या नारियल का भोग अर्पित करें और हाथ जोड़कर नमन करें। आभार प्रकट करना साधना का एक आवश्यक अंग है।

नियमित रूप से Adi Shakti Gayatri Mantra का जाप करने से मन में स्थिरता आती है, नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में नया उत्साह जाग्रत होता है।

FAQ

इस गायत्री मंत्र किस देवी की स्तुति है?

क्या इस मंत्र के लिए कोई विशेष दिन है?

हाँ, मंगलवार और नवरात्रि के दिन यह मंत्र विशेष फलदायक माने जाते हैं।

क्या यह मंत्र सिर्फ स्त्रियाँ ही जप सकती हैं?

क्या इस मंत्र का कोई साइड इफेक्ट है?

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