Jis Ghar Ke Aangan Mien Teri Jyot Nirali Hai Bhajan Lyrics
जिस घर के आंगन में,
तेरी ज्योत निराली है,
हर रोज वहां होली,
हर रात दिवाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।
जिस घर मे ऐ मैया,
तेरा नाम चहकता है,
उस घर का हर कोना,
खुशियों से महकता है,
उस घर पे मेहर करती,
उस घर पे मेहर करती,
मेरी माँ मेहरवाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।
दारिद्र भाग जाते,
दुख भागे डर कर के,
उस घर मे नही आते,
दुख कभी भूलकर के,
शेरो पे जहाँ रहती,
मेरी माँ शेरांवाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।
कैसे भी अँधेरे हो,
ये ज्योत मिटाती है,
विश्वास जो करते है,
उन्हें राह दिखाती है,
पावन ज्योति माँ की,
जिसने भी जगाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।
‘बेधड़क’ कहे ‘लख्खा’,
ममता के चुन मोती,
घर मंदिर हो जाये,
श्रद्धा से जाग ज्योति,
खुशियो से भरेगी माँ,
जो तेरी झोली खाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।
जिस घर के आंगन में,
तेरी ज्योत निराली है,
हर रोज वहां होली,
हर रात दिवाली है,
जिस घर के आंगन मे,
तेरी ज्योत निराली है।।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile