Tere Hatho Mien Vina Tu Vina Dharini Hai Bhajan Lyrics
तेरे हाथो में वीणा,
तू वीणा धारिणी है,
तेरे हांथों में पुस्तक,
तू विघा दायिनी है,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।
कमल का आसन तेरा,
मैया उसपे विराजे,
अपने चरणों में जगह दे,
हम आये तेरे द्वारे,
देवी संगीत की,
तू ही स्वर दायिनी है,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।
ना लय स्वर ताल हममे,
मैया कैसे सुनाऊं,
ना मीठा स्वर हमारा,
कहो कैसे रिझाऊं,
मुझको भक्ति दे दो,
तू ही जग तारणी है,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।
मैं हूँ मुरख अज्ञानी मां,
तू है ज्ञानों की सागर,
ना भक्ति भाव हम में,
तू भर दे खाली गागर,
दया की भीख दे दो,
तू है चन्दन मैं पानी,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।
मेरे आँखों में जो आँसू,
वो मैया पोंछ देना,
दया का हाथ अपना,
तू मेरे सर पर रखना,
तू ही दूर्गा है माँ,
तू ही महाकाली है,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।
तेरे हाथो में वीणा,
तू वीणा धारिणी है,
तेरे हांथों में पुस्तक,
तू विघा दायिनी है,
तेरे हाथों में वीणा,
तू वीणा धारिणी है।।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile