Maa Ke Darshan Karne Mai Aaya Hoon Bhajan Lyrics
जबसे बुलावा माँ का पाया,
तबसे मनवा मेरा हर्षाया,
मैया के चरणों में शीश झुकाने,
दौड़ा आया,
माँ के दर्शन करने मैं आया हूँ,
माँ की चुनर भी संग में लाया हूँ।।
मैंने सुना है वैष्णो रानी,
करती है भक्तो की रखवाली,
दुखियों को मैया अपने पास बुलाती,
रक्षा करती,
माँ से विनती करने मैं आया हूँ,
माँ की चुनर भी संग में लाया हूँ।।
पर्वत त्रिकूट पर विराजे,
मैया के सिर पर छत्र विराजे,
छल छल बहती यहाँ बाणगंगा,
मन को हरती,
नंगे पैरो से चलकर आया हूँ,
माँ की चुनर भी संग में लाया हूँ।।
मैया ने दानवों को मारा,
देवों को संकट से उबारा,
रण में ललकारे मैया काली बनकर,
संकट हरे,
माँ के जयकारे करता आया हूँ,
माँ की चुनर भी संग में लाया हूँ।।
जबसे बुलावा माँ का पाया,
तबसे मनवा मेरा हर्षाया,
मैया के चरणों में शीश झुकाने,
दौड़ा आया,
माँ के दर्शन करने मैं आया हूँ,
माँ की चुनर भी संग में लाया हूँ।।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile