आई है जागे वाली रात वे मैं तो झूम झूम नचना लिरिक्स

आई है जागे वाली रात वे मैं तो झूम झूम नचना भजन माँ दुर्गा के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है। इस भजन में, भक्त अपनी पूरी श्रद्धा के साथ माँ दुर्गा की उपासना कर रहे हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए झूमते हुए नृत्य करते हैं। इस भजन में उल्लास और आनंद का वातावरण उत्पन्न होता है, जहाँ भक्त अपनी भक्ति को नृत्य और गान के माध्यम से प्रकट करते हैं।

Aai Hai Jage Wali Raat Ve Mai To Jhum Jhum Nachna Lyrics

आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जगराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
तुझे ओढ़ाऊँ अपने हाथ वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

हलवा चने का भोग बनाया,
हलवा चने का भोग बनाया,
तुझे खिलाऊँ बड़े प्यार से,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

कंजक रूप में आना माता,
कंजक रूप में आना माता,
हमपे लूटाना अपना प्यार वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

भक्तो की विनती सुनती है अम्बे,
भक्तो की विनती सुनती है अम्बे,
आएगी सिंह पे सवार वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जगराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।

“आई है जागे वाली रात वे मैं तो झूम झूम नचना” भजन के माध्यम से भक्त माँ दुर्गा के साथ अपनी दिव्य कनेक्शन को महसूस करते हैं। यह भजन हमें याद दिलाता है कि माँ के आशीर्वाद से हर रात, हर दिन एक नयी ऊर्जा और दिशा मिलती है। जैसे “जय दुर्गा देवी” और “शेरावाली माँ” भजन में माँ के प्रति श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त किया जाता है, वैसे ही यह भजन हमें माँ दुर्गा के साथ नृत्य करके अपने आत्मा को शुद्ध करने और जीवन में सुख-संपत्ति लाने का एक माध्यम बनता है। इन भजनों के जरिए हम माँ के आशीर्वाद से अपने जीवन की हर रात को एक रोशन और सफल रात बना सकते हैं।

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