“माँ मैं तेरी कठपुतली तेरा हुक्म बजाऊंगी” एक भावुक भजन है, जिसमें भक्त अपनी पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ माँ के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करता है। इस भजन में भक्त माँ से अपनी समर्पण की भावना को व्यक्त करते हुए कहता है कि वह अपनी पूरी जिंदगी माँ के आदेशों के अनुसार जीने के लिए तैयार है। यह भजन माँ के प्रति आस्था, प्रेम और विश्वास को दर्शाता है, जिसमें भक्त अपनी आत्मा को पूरी तरह से माँ के चरणों में समर्पित कर देता है। आइए, इस भजन के साथ हम भी माँ के चरणों में अपने दिल की बात रखें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
Maa Mai Teri Kathputli Tera Hukm Bajaungi Bhajan Lyrics
माँ मैं तेरी कठपुतली,
तेरा हुक्म बजाऊंगी,
तू डोर हिलाना मावड़ी,
मैं नाच दिखाऊगी,
माँ मै तेरी कठपुतली।।
मेरा वजूद कुछ नहीं,
मैं जड़ हूँ मावड़ी,
माँ तेरे एक इशारे पे,
चेतन हो जाऊंगी,
तू डोर हिलाना मावड़ी,
मैं नाच दिखाऊगी,
माँ मैं तेरी कठपुतली।।
मेरी नकेल तो,
तेरे हाथों में है मईया,
तू चाहे जिधर घुमा ले,
मैं घूम जाऊंगी,
तू डोर हिलाना मावड़ी,
मैं नाच दिखाऊगी,
माँ मैं तेरी कठपुतली।।
तेरे ‘हर्ष’ को दरबार में,
जितना नचा लेना,
दुनिया में नहीं नचाना,
मैं थिरक ना पाऊँगी,
तू डोर हिलाना मावड़ी,
मैं नाच दिखाऊगी,
माँ मैं तेरी कठपुतली।।
माँ मैं तेरी कठपुतली,
तेरा हुक्म बजाऊंगी,
तू डोर हिलाना मावड़ी,
मैं नाच दिखाऊगी,
माँ मैं तेरी कठपुतली।।
“माँ मैं तेरी कठपुतली तेरा हुक्म बजाऊंगी” भजन में भक्त अपने जीवन को माँ के हवाले करता है और उनके निर्देशों का पालन करने की कसम खाता है। इस भजन में समर्पण की भावना और माँ की शक्ति का बखान है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब हम माँ के आदेशों के अनुसार चलते हैं, तो जीवन में हर समस्या का समाधान मिल जाता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो आप “माँ का आशीर्वाद”, “माँ की महिमा”, और “दुर्गा माँ के भजन” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं, जो माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद को दर्शाते हैं। माँ दुर्गा के आशीर्वाद से हमारा जीवन खुशहाल और समृद्ध हो।